आशुतोष पुरोहित
खरगोन 9 अप्रैल:;अभी तक ; मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में गो तस्करी को रोकने गए पुलिस बल से झड़प में एक गौ तस्कर और दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं । आदिवासी संगठनों के विरोध के चलते पुलिस अधीक्षक ने विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं।
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया कि आदिवासी संगठनों के ज्ञापन में उठाए गए बिंदुओं की जांच के लिए विभागीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में एक स्वतंत्र जांच भी कराई जा रही है।
आदिवासी संगठन जयस ने पुलिस बल पर गोली चलाई जाने के आरोप लगाए थे। उन्होंने कथित तौर पर गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई घायल का उचित इलाज और मुआवजा दिए जाने की भी मांग की।
खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया की आदिवासी संगठन के आरोपों पर पृथक से जांच कराई जा रही है, और रिपोर्ट के आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि श्रवण के चाचा व गौ तस्करी के किंगपिन मोहन पर 6 अपराध (चार गोवंश परिवहन), चाचा सावन पर गौवंश अवैध परिवहन का एक अपराध, भाई अक्षय पर 2022 और 2025 में गोवंश परिवहन के दो अपराध, पिता कुंवर सिंह के खिलाफ दो अपराध और दादा बोन्दर सिंह व भाई नाथू पर फ्रॉड के अपराध दर्ज हैं। इस तरह से पूरा परिवार ही अपराधों में लिप्त है।
उन्होंने बताया कि गो तस्कर पुलिस द्वारा रोके जाने पर उनकी गाड़ी को टक्कर मार कर भागने का तरीका अपनाते हैं। हाल ही में पदस्थ किये गये हेला पडावा के चौकी प्रभारी राजा सिंह किराडे और होमगार्ड के सैनिक को आज की टक्कर की घटना में चोट आई है। एसपी मीना ने बताया चौकी प्रभारी की पिस्तौल और उसके राउंड सही सलामत पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि खरगोन पुलिस की गोवंश के अवैध परिवहन की जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते पिछले 1 वर्ष में 125 प्रकरण दर्ज हुए हैं और 15 करोड रुपए से अधिक के 80 वाहन राजसात हुए हैं।
आज तड़के गौ तस्करी की सूचना मिलने पर चैनपुर थाना क्षेत्र के हेला पडावा पुलिस चौकी प्रभारी राजा सिंह किराड़े व एक अन्य सैनिक ने वहां से 8 किलोमीटर दूर एक मिनी ट्रक को रोकने की कोशिश की थी। मिनी ट्रक के ड्राइवर ने पुलिस के वहां को टक्कर मारने के बाद भागने का प्रयास किया। कुछ दूरी पर मिनी ट्रक से दो व्यक्ति उतरकर भाग गए, जबकि श्रवण नामक गौ तस्कर घायल अवस्था में मिला था।
पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां से उसे सिर में फ्रैक्चर के चलते इंदौर रेफर कर दिया गया इंदौर में उसका सफल ऑपरेशन हुआ है।
पुलिस ने श्रवण तथा अन्य दो के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम व गोवंश तस्करी की धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया है।
मीना ने बताया कि हेला पडावा चौकी के प्रभारी की पिस्तौल और उनकी गोलियां सुरक्षित है और गोली चलाये जाने के आरोप फिलहाल निराधार प्रतीत होते हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह रावत ने इन बातों को निराधार बताया कि ग्रामीण हेला पडावा के पुलिस चौकी प्रभारी को उठा ले गए थे और चौकी पर ताला जड़ दिया था। उन्होंने बताया की चौकी प्रभारी ग्रामीणों को श्रवण की चोट के बारे में बताने गए थे और उसके बाद स्टाफ उसे जिला अस्पताल लाया था।