महावीर अग्रवाल
मंदसौर २१ मई ;अभी तक ; 27 दिसंबर 24 को पुलिस थाना भावगढ को एक सूचना प्राप्त हुई, जिसमें सोहन सिंह के खेत के पास रोड किनारे बोरी में झाडियों के पास एक अज्ञात बालिका उम्र करीब 13 साल का शव है। सूचना मिलने पर पुलिस के सउनि सुरेश कुमार निनामा ने घटना स्थल पर पहुंच कर तस्दीक एवं प्रथम दृश्टया किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा वाहन से लाकर लडकी की लाश को बोरे में भरकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से फैंकना पाया। पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक आनंद ने पत्रकारों को कंट्रोल रूम पर आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि मौके तत्काल उन्होंने और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर द्वारा पहुंचकर घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया। बाद देहाती नालसी पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 103 बीएनएस के तहत थाना भावगढ पर अप.क्र. 203/24 का पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस अधीक्षक मंदसौर श्री आनंद ने बताया कि घटना के तुरंत बाद फोरेंसिंक टीम को बुलाया गया इसके अतिरिक्त सायबर सेल मंदसौर द्वारा उक्त घटनास्थल पर उपलब्ध तकनीकी साक्ष्य व अन्य स्वतंत्र साक्षियों की मदद से अलग अलग जगह का पीएसटीएन डाटा, घटनास्थल से लेकर आसपास के लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे जिसमें अज्ञात आरोपी द्वारा घटना में प्रयुक्त वाहन व बोरे के संबंध में साक्ष्य हेतु देखे गये। मृतिका के शरीर पर B S गुदा है। इसके अतिरिक्त मृतिका की शारीरिक बनावट के आधार पर वह भील एवं मीणा समाज से होना संभावित है इस आधार पर भी आसपास के ऐसे गांव जहां पर इन समाज के लोगों की बाहुल्यता है वहां के सरपंचों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर मृतिका की पहचान के प्रयास किये गये।
अज्ञात शव की पहचान हेतु विभिन्न माध्यम सोशल मीडिया, रेडियो मेसेज व ई-रक्षक ऐप, आई.सी.जे.एस., राजस्थान के उदयपुर, बांसवाडा, प्रतापगढ, चित्तौडगढ, डूंगरपुर के करीबन 100 गांव, व मध्यप्रदेश वो राजस्थान के 12 जिलों नीमच, मंदसौर, रतलाम, बढवानी, धार, उज्जैन, इंदौर आदि से नाबालिग बालिकाओं की अदम् दस्तयाब की सूची प्राप्त कर उक्त मृतिका की पहचान के संबंध में प्रयास किये गये। इस हेतु थाना स्तर पर ग्राम कोटवार की मीटिंग आयोजित की गई कि क्या कोई नया व्यक्ति गांव के आसपास देखा गया। मृतिका के गले में एक लाल धागे की जडसली वाली माला पहने थी जिसके माध्यम से पुलिस टीम ने आसपास के जिलों के विभिन्न गांवों में तलाशी अभियान चलाया कि इस तरह की माला कौन बनाता है जो सालमगढ में एक ग्रामीण द्वारा उक्त माला की तस्दीक कर बनाया जाना बताया। नाबालिक बीमार थी इसलिए ठीक होने के लिए उसने यह माला बनवाई थी। इस जानकारी हेतु सालमगढ के आसपास में प्रचार-प्रसार संबंधी कार्यवाही की गई।
घटना के उपरांत लगभग 10 पृथक-पृथक पुलिस टीम तैयार कर, लगातार प्रयास किये गये, जिसमें 5 टीमें सीसीटीवी फूटेज का बारिकी से अवलोकन करने तथा शेष 5 टीमें जिनके द्वारा गांव-गांव में जाकर लोगों से मृतिका के फोटोग्राफ दिखाते हुए पूछताछ की तथा हाट बाजारकेदिन लाउडस्पीकर, लोकल न्यूज चैनल, वाट्सअप न्यूज ग्रुप एवं म.प्र. एवं राजस्थान के विभिन्न थानों में मृतिका की शिनाख्तगी हेतु उसके फोटोग्राफ प्रसारित करवाये गये। टीम के लगातार अथक प्रयासों से मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम बडवास, तहसील दलोट, जिला प्रतापगढ में एक व्यक्ति द्वारा किसी बालिका को अपने घर में रखने व मारने के संबंध में चर्चा है। उक्त व्यक्ति उदयपुर में रहता है हो सकता है कि होली के समय गांव में आयेगा। पुलिस टीम द्वारा इस संबंध में गांवों में लगातार नजर रखी जा रही थी। तकनीकी विश्लेशण एवं मुखबिर सूचना तंत्र के आधार पर एक टीम उदयपुर रवाना की गई। जहां आरोपी के संबंध में स्थानीय पुलिस की मदद से तलाश करते हुए च्प्डै हॉस्पिटल पहुंचे, जहां मृतिका का फोटो दिखाकर मृतिका के संबंध में पूछताछ करने पर मृतिका का संदेही बद्रीलाल पिता मन्नालाल निनामा जाति भील नि. बरवास कला, तहसील दलोट, जिला प्रतापगढ राजस्थान एवं रामलाल पिता मन्नालाल निनामा जाति भील नि. सदर के साथ रहने के संबंध में आसपास के लोगों द्वारा बताया गया। इस संबंध में अग्रिम पूछताछ करने पर संदेही बद्रीलाल एवं रामलाल का मजदूरी हेतु हॉस्पिटल में मजदूरी करना बताया। उक्त आरोपी के संबंध में जानकारी प्राप्त करने पर वह कुछ दिनों से छुट्टी पर होना ठेकेदार द्वारा बताया गया।
मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि संदेही बद्रीलाल पिता मन्नालाल निनामा जाति भील एवं रामलाल पिता मन्नालाल निनामा जाति भील नि. बरवास कला, तहसील दलोट, जिला प्रतापगढ राजस्थान जो कि भचुंडा के आगे है रोड पर सुनसान जगह पर खडे हैं व भागने की फिराक में है। उक्त हेतु टीम रवाना कर फोर्स की मदद से घेराबंदी कर पकडा गया, जिनसे नाम पता पूछने पर बद्रीलाल पिता मन्नालाल निनामा एवं रामलाल पिता मन्नालाल निनामा निवासीगण बरवास कला, तह. दलोट, जिला प्रतापगढ से पूछताछ करने पर एक अन्य आरोपी रमेश पिता कारू मीणा नि. बरवास कला की सहायता से जुर्म करना स्वीकार कर तथा मृतिका का नाम पार्वती (परिवर्तित नाम) के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर मृतिका की लाश को टाट की बोरी में भरकर उसे कोई 60 के70 किमी दूर आकर भावगढ चुपना रोड ग्राम मजेसरी के पास झाडियों में फैंकना बताया। उक्त प्रकरण में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्हें अग्रिम पूछताछ की कार्यवाही हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष पेश करने उपरांत पी.आर. प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी। गिरफ्तार आरोपी बद्रीलाल वी रामलाल दोनों भाई हे इनमें रामलाल बड़ा भाई हे। ये 5 भाई हे और सभी उदयपुर के उस अस्पताल में मजदूरी करते हे।
गिरफ्तार आरोपी :-
1. बद्रीलाल पिता मन्नालाल निनामा, नि. बरवास कला, तह. दलोट, जिला प्रतापगढ, राजस्थान
2. रामलाल पिता मन्नालाल निनामा नि. बरवास कला, तह. दलोट, जिला प्रतापगढ, राजस्थान
3. रमेश पिता कारू मीणा नि. बरवास कला, तह. दलोट, जिला प्रतापगढ, राजस्थान
सराहनीय कार्य :-
निरी. राजेन्द्र बघेल, थाना प्रभारी भावगढ, निरी. राजेन्द्र पंवार, थाना प्रभारी मल्हारगढ, उनि बलदेवसिंह चौधरी, तत्कालीन थाना प्रभारी दलौदा, निरी. भरत योगी थाना प्रभारी हिरण मगरी, जिला उदयपुर, उनि विनय बुंदेला, उनि कुलदीपसिंह राठौर, उनि बलवीरसिंह यादव, उनि अरूण खांत (थाना कोटडी), सउनि नारायणसिंह (थाना कोटडी), सउनि कल्याणसिंह चारेल, सउनि सुरेशचंद्र निनामा, सउनि अजय चौहान, सउनि प्रमोदसिंह तोमर, प्र.आर. आशीश बैरागी (सायबर सेल), प्र.आर. मुजफ्फरउद्दीन (सायबर सेल), प्र.आर. उमंग शर्मा, प्र.आर. दिगपालसिंह, प्र.आर. सुनील सोलंकी, प्र.आर. कल्याणसिंह, प्र.आर. हरीश यादव, प्र.आर. नरेन्द्र धनगर, प्र.आर. चालक चंदन ओझा, आर. मनीश बघेल (सायबर सेल), आर. रिंकूसिंह (सायबर सेल), आर. करणसिंह, आर. हेमंत चौहान, आर. यशवंतसिंह, आर. कमलेश धामेचा, आर. नंदकिशोर (थाना हिरण मगरी, उदयपुर), आर. रामजीलाल (थाना हिरण मगरी, उदयपुर), आर. नरेन्द्र पाटीदार (क्राईम ब्रांच प्रतापगढ), आर. कालूसिंह (थाना कोटडी)।


