महावीर अग्रवाल
मंदसौर १६ मई ;अभी तक ; बड़े साथ ओसवाल महिला मंडल मंदसौर के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय धार्मिक शिविर का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। शिविर के प्रथम दिन लगभग 230 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और धर्म, संस्कार व अनुशासन की शिक्षा ग्रहण की।
शिविर की शुरुआत मंडल की उपाध्यक्ष पायल जैन द्वारा प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से शिविर की महत्ता बताकर की गई। उन्होंने बच्चों को धर्म से जुड़ने की सरल और रोचक शैली में जानकारी दी। आपने बताया कि शिविर का उद्देश्य बच्चों में धार्मिक चेतना, अनुशासन और नैतिक मूल्यों को विकसित करना है। बड़े साथ ओसवाल महिला इकाई की ओर से सभी सहयोगियों और सहभागियों की अनुमोदना करता है।
श्रीमती शशि मारू ने ‘‘आठ कर्मों’’ को कहानी के माध्यम से समझाया तथा ‘‘ज्ञान के 11 बोल’’ को विशेष ट्रिक द्वारा बच्चों को सिखाया, जिससे बच्चे सहजता से धर्म की जड़ों से जुड़ सके।
मीना पारीख द्वारा नवकार महामंत्र का अर्थ सहित विवेचन किया गया, जिससे बच्चों को मंत्र की भावनात्मक गहराई समझ में आई। नीता जैन ने कुशल संचालन करते हुए शिविर को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया और आध्यात्मिक पर्वों के महत्व पर प्रकाश डाला।
10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को विशेष सत्र में 24 तीर्थंकरों के नाम, नवकार मंत्र का अर्थ, वर्ण महत्ता से जुड़ी कहानियां व कविताएं सिखाई गईं। साथ ही अनुशासन, सामायिक आदि विषयों पर जागरूकता बढ़ाई गई और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
नेहा भंडारी, अमिता मुरडिया, आभा दुग्गड़, अंशिता नाहर, अनीता बाफना, अनीता मुरडिया, सुरभि भंडारी, निमा जैन, नैना पंचोली, संगीता रांका एवं प्रियंका जैन ने शिविर में बच्चों की एंट्री और प्रोत्साहन का कार्य संभाला।
मुख्य अतिथि शांता मेहता थी, जबकि विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र भंडारी, इंदु भंडारी और अनिल धींग रहे जिनके द्वारा शिविर हेतु आराधना भवन उपासरा दिया गया।
मनीष मारु (बर्तन वाले) और अप्रेश भंडारी ने विशेष सहयोग प्रदान किया। भंडारी परिवार द्वारा बच्चों को अल्पाहार वितरित किया गया, वहीं पायल जैन तहलका परिवार की ओर से कॉपी-पेन और मीना पारीख द्वारा आज के समस्त पुरस्कार वितरित किए गए।
10 वर्ष से कम आयु के बच्चों को विशेष सत्र में 24 तीर्थंकरों के नाम, नवकार मंत्र का अर्थ, वर्ण महत्ता से जुड़ी कहानियां व कविताएं सिखाई गईं। साथ ही अनुशासन, सामायिक आदि विषयों पर जागरूकता बढ़ाई गई और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
नेहा भंडारी, अमिता मुरडिया, आभा दुग्गड़, अंशिता नाहर, अनीता बाफना, अनीता मुरडिया, सुरभि भंडारी, निमा जैन, नैना पंचोली, संगीता रांका एवं प्रियंका जैन ने शिविर में बच्चों की एंट्री और प्रोत्साहन का कार्य संभाला।
मुख्य अतिथि शांता मेहता थी, जबकि विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र भंडारी, इंदु भंडारी और अनिल धींग रहे जिनके द्वारा शिविर हेतु आराधना भवन उपासरा दिया गया।
मनीष मारु (बर्तन वाले) और अप्रेश भंडारी ने विशेष सहयोग प्रदान किया। भंडारी परिवार द्वारा बच्चों को अल्पाहार वितरित किया गया, वहीं पायल जैन तहलका परिवार की ओर से कॉपी-पेन और मीना पारीख द्वारा आज के समस्त पुरस्कार वितरित किए गए।


