महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ८ जून ;अभी तक ; प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में आध्यात्मिकता के पथ पर जीवन उत्सव के तहत अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल वक्ता एवं कॉरपोरेट ट्रेनर प्रोफेसर ईवी गिरीश ने कहा कि मनुष्य तमाम प्रयासों के बाद भी खुश नही रहता है इस नकारात्मकता से बाहर आने के लिए हमे जीवन को उत्सव बनाना आवश्यक है।
ईवी गिरीश भाई स्थानीय कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में आयोजित पांच दिवसीय आयोजन के दूसरे सत्र में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि विधायक विपिन जैन, जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद, वरिष्ठ अभिभाषक प्रकाश रातड़िया उपस्थित थे। दीप प्रज्ज्वलन में वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल, समाजसेवी दृष्टनंद नेनवानी भी उपस्थित थे।
ईवी गिरीश ने कहा कि आध्यात्मिकता औऱ धर्म मे काफी अंतर है, मनुष्य ने धर्म को लेकर भेदभाव किया है। मेरा धर्म अलग आपका अलग, मेरे कर्मकांड अलग,आपका अलग लेकिन अध्यात्म सबको जोडने न्का काम करता है। गुस्से का कोई धर्म नही होता, दुःख का कोई धर्म नहीं होता केवल मनुष्य ने धर्म को विभजित किया है।
आपने कहा कि मनुष्य ने जहां भी अपनी बुद्धि को लगाया है उसका एक मात्र उद्देश्य मानव जीवन को आसान बनाना रहा है बावजूद इसके मानव जीवन आसान होने के बजाय जटिल हो गया है। क्योंकि बाह्य जगत में मनुष्य ने खूब तरक्की कर ली परन्तु अंदर की दुनिया मे हम पिछड़ गए। शिक्षा पध्दत्ति में भी तनाव मुक्ति के लिए कोई व्यवस्था नही है जबकि मन को नियंत्रित करना सबसे जरूरी है। बाहर के लिए हम मजबूत है लेकिन अंदर के मन को नियंत्रण करने के लिए सबसे कमजोर है।
आपने कहा आज श्री की मत को छोड़कर हमने अपने मन की मत को मानना शुरू कर दिया जबकि एक गाड़ी भी खरीदते हैं तो उसके मैन्युअल का अध्ययन करते हैं, उसी के अनुसार गाड़ी को चलाते हैं लेकिन हम कीमती जीवन को अपने अनुसार ही चला रहे हैं। सिगरेट पीना जितना खतरनाक है उतना ही गुस्सा खतरनाक है। जीवन को आनंदमय बनाने के लिये जरूरी है मन को ठीक रखना जरूरी है। जीवन की सत्यता को स्वीकार कीजिये और अपने मन को शांत रखिये तो आपका जीवन उत्सव बन जायेगा।
विधायक विपिन जैन ने कहा कि आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र ब्रह्माकुमारी संस्थान है। यहां से सभी को जुड़कर आने जीवन को आनंदमय बनाना चाहिए।
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने कहा कि जीवन मे सकारात्मक रहे। संकट में ईश्वर की याद आती है। ब्रह्माकुमारी के मुख्यालय माउन्ट आबू जाने का अवसर मिला है, मैने अनुभव किया कि संकट के दोर में जब हम सकारात्मक रहते हैं तो ईश्वर हमे रास्ता दिखाता है, हाथ पकड़कर हमे आगे बढ़ाता है।
वरिष्ठ अभिभाषक प्रकाश रातड़िया ने कहा कि चार दशक से अधिक समय से आध्यात्मिक जागरण ब्रह्माकुमारी द्वारा किया जा रहा है। मैत्री भाव जीवन मे आ जाएं, इसमें अहिंसा,प्रेम,करुणा शामिल हैं। व्यक्ति की अच्छाई पर ध्यान जाए,दुःखी की सहायता के लिए अग्रसर हों जाये यही मानवता है।
स्वागत भाषण देते हुए आत्म कल्याण भवन की संचालिका उषा दीदी ने कहा कि वर्तमान दौर में मनुष्य तनावग्रस्त है, व्यक्ति खुशी की तलाश में भटक रहा है। मानव के इसी भटकाव को समाप्त करने के अभियान में इवी गिरीश भाई जुटे हुए हैं।
प्रारम्भ में द्वीप प्रज्वलन कर समारोह का शुभारंभ किया गया। इससे पूर्व ब्रह्माकुमारी बहनों ने अतिथियों का बेंच लगाकर पुष्प गुच्छ भेट कर सम्मान किया। समारोह का संचालन बीके हेमलता दीदी ने किया।