महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ९ मई ;अभी तक ; वैशाख सूद 11, जैन धर्म में विशेष महत्व रखने वाला जिनशासन स्थापना दिवस बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर बड़े साथ ओसवाल महिला इकाई के तत्वावधान में परम पूज्य साध्वी भगवंत मोक्ष ज्योति म.सा. के सान्निध्य में सामूहिक सामायिक का आयोजन किया गया।
महिला इकाई की उपाध्यक्षा श्रीमती पायल जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दिवस जैन धर्म के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। साध्वी भगवंत ने अपने प्रवचन में इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान महावीर स्वामी को वैशाख सूद दशमी को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी। परंतु प्रथम देशना निष्फल होने के बाद वैशाख सूद एकादशी को उन्होंने साधु, साध्वी, श्रावक एवं श्राविकाओं के प्रथम संघ की स्थापना कर जिनशासन की आधारशिला रखी। तब से लेकर आज तक यह दिन जिनधर्म में शासन स्थापना दिवस के रूप में लगभग 2573 वर्षों से बड़े श्रद्धा और सम्मान से मनाया जा रहा है।
साध्वीश्री ने कहा, हमें जिनशासन विरासत में मिला है, यह हमारा गौरव है। इसकी महानता को समझना, अपनाना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।
इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में शशि मारु, मीना पारख, अनीता मुरडिया, अर्पिता जैन, प्रभा चोरडिया, चंदा डांगी सहित महिला इकाई की अनेक सदस्याएँ उपस्थित रहीं और इस पुण्य आयोजन को सफल बनाया।
महिला इकाई की उपाध्यक्षा श्रीमती पायल जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दिवस जैन धर्म के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। साध्वी भगवंत ने अपने प्रवचन में इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान महावीर स्वामी को वैशाख सूद दशमी को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी। परंतु प्रथम देशना निष्फल होने के बाद वैशाख सूद एकादशी को उन्होंने साधु, साध्वी, श्रावक एवं श्राविकाओं के प्रथम संघ की स्थापना कर जिनशासन की आधारशिला रखी। तब से लेकर आज तक यह दिन जिनधर्म में शासन स्थापना दिवस के रूप में लगभग 2573 वर्षों से बड़े श्रद्धा और सम्मान से मनाया जा रहा है।
साध्वीश्री ने कहा, हमें जिनशासन विरासत में मिला है, यह हमारा गौरव है। इसकी महानता को समझना, अपनाना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।
इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में शशि मारु, मीना पारख, अनीता मुरडिया, अर्पिता जैन, प्रभा चोरडिया, चंदा डांगी सहित महिला इकाई की अनेक सदस्याएँ उपस्थित रहीं और इस पुण्य आयोजन को सफल बनाया।