महावीर अग्रवाल
मुरैना 26 मई ;अभी तक ; जिले के सिहौनिया थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह दो कथित शराब कारोबारियों के बीच हुई गोलीबारी में चाचा भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार मिरघान गांव निवासी बंटी भदौरिया, 39और भोला भदौरिया, 23 रिश्ते में चाचा-भतीजे थे, जिन्हें शराब कारोबारी के दूसरे गुट ने गोली मारी है। घटना आज (सोमवार) सुबह करीब 8 बजे भाई खां का पुरा गांव के पास हुई।पुलिस ने दोनों शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा है।मृतक के गांव में एतिहात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया है।
पुलिस के मुताबिक बंटी, भोला का चाचा था। बंटी को सोमवार सुबह किसी ने फोन पर जानकारी दी कि कोई अवैध शराब लेकर आ रहा है। यह सुनकर भोला भी बंटी के पास पहुंचा। दोनों फोन पर बताई जगह के लिए कार से रवाना हो गए।वे सिहौनिया थाना क्षेत्र के भाई खां का पुरा गांव पहुंचे। यहां अवैध शराब कारोबार से जुड़े दूसरे ग्रुप के प्रदीप तोमर, लुक्का तोमर और ललकी पंडित पहले से मौजूद थे। दोनों गुट एक-दूसरे से विवाद करने लगे। इसी बीच बंटी की ओर से फायरिंग हुई, ये देखकर विरोधी गुट ने भी गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें बंटी और भोला की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक मुरैना जिले का शराब का ठेका राजा परमार नाम के कारोबारी के पास है। बंटी भदौरिया अपने भतीजे भोला भदौरिया के साथ मिलकर कथित रूप से अवैध शराब का सिंडिकेट चलाता था। विरोधी पार्टी के प्रदीप तोमर, लुक्का तोमर और ललकी पंडित भी कथित रूप से अवैध शराब का कारोबार करते हैं। दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई बार झड़प हो चुकी है।थाना प्रभारी सिटी कोतवाली। दीपेंद्र सिंह ने बताया कि अभी पुलिस दोनों मृतकों का पीएम करा रही है।घटना की प्राथमिकी जांच बाद दर्ज की जाएगी।
दूसरी ओर एमपी विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। मुरैना जैसे संवेदनशील जिले में दिनदहाड़े सरेआम गोलीबारी की घटना कोई सामान्य बात नहीं, यह सरकार की नाकामी का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री, जो खुद गृहमंत्री भी हैं, अब भी नहीं चेते तो प्रदेश को अराजकता की आग में झोंक देंगे। उन्हें अपने जमीन पर उतरकर जवाबदेही निभाने की जरूरत है।