महावीर अगराल
मंदसौर १४ फरवरी ;अभी तक ; लता मंगेशकर जी भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका थी, जिनका छः दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। हालाँकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं उक्त बात जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्री नरेन्द्र कुमार त्रिवेदी ने संगीत महाविद्यालय में आयोजित लता जी की पुण्यतिथि कार्यक्रम में कही उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्व गायिका के रूप में थी।
आप साक्षात मां सरस्वती का स्वरूप थी,
जिन्होंने सदा रियाज़ पर ध्यान देने का सूत्र दिया।
प्रभारी प्राचार्य उषा अग्रवाल ने कहा अब से ये मासिक संगीत सभा हर माह आयोजित की जाएगी जिस से बच्चों को अधिक से अधिक अवसर प्राप्त होंगे।स्वर कोकिला
लता जी के नाम से इस महा विद्यालय में इस मासिक सभा को और बल मिला है ।
हम निरंतरता के साथ नियम से ऐसी सभा का संचालन
हर विधा के साथ सहभागिता करवा कर प्रस्तुति दी जाएगी ।अन्य मंचों पर प्रस्तुति के लिए बच्चे अच्छे से तैयार होंगे जिनको गुरुजन द्वारा प्रशिक्षण दे कर उनकी कला को और निखारा जाएगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रभारी प्राचार्य डॉ.उषा अग्रवाल और जन भागीदारी समिति अध्यक्ष नरेंद्र कुमार त्रिवेदी सूत्रधार ने भारत रत्न लता मंगेशकर जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए।
सौरभ खत्री,आर्यन गंधर्व ,करण खत्री, विष्णु प्रिया शर्मा, रुद्रांश नलवड़े,अथर्व ने तबला वादन की बेहतरीन प्रस्तुति दी।
भैरव राग पर आदित्य खेराजानी ने वायलिन वादन किया।
कथक नृत्यांगना
शंकी शर्मा ,अंजली द्विवेदी ने
कथक की मनमोहक प्रस्तुति दी।
साथ ही गायन में सरस्वती राग अतुल साकेत सर ने प्रस्तुत किया साथ में संगत में निशांत शर्मा सर तबला में ,ऋतिक और ऐश्वर्य साकेत ने कोरस में साथ दिया।
मासिक संगीत सभा में दीपक कुमार राव,श्रीमती सन्नाली शर्मा,राजमल गंधर्व,आशीष जैन तथा छात्र छात्राओं संग अभिभावक भी उपस्थित रहे।
मासिक संगीत सभा का संचालन वरिष्ठ संगीत शिक्षिका
सुश्री अल्पना रानी गांधी ने किया ।