देवेश शर्मा
मुरैना ।1 5 मई ;अभी तक ; भिंड से मुरैना जा रहे संत कालिदास महाराज बुधवार रात दिमनी मार्ग पर भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गए। हादसा इतना गंभीर था कि उनकी कार के ड्राइवर की मौके पर मौत हो गई, जबकि कालिदास महाराज और उनके साथ मौजूद संत सदानंद महाराज गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों संतों को इलाज के लिए ग्वालियर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत में अब धीरे-धीरे सुधार बताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि संत कालिदास महाराज, तेजपुरा स्थित साईं धाम आश्रम के महंत और संत समिति के भिंड जिला अध्यक्ष हैं।वे बुधवार शाम मुरैना में आयोजित चंबल संभागीय संत समिति की बैठक में भाग लेने के लिए निकले थे। उनके साथ संत सदानंद महाराज भी कार में सवार थे।
पुलिस अनुविभागीय अधिकारी रवि भदोरिया ने बताया कि जब उनकी कार दिमनी राजमार्ग से मुरैना की ओर बढ़ रही थी, तभी सामने से आ रही एक तेज रफ्तार बस ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और चालक की मौके पर ही जान चली गई।पुलिस के अनुसार हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।ड्राइवर की मौके पर ही मौत, संतों की हालत स्थिर हादसा इतना भीषण था कि कार चला रहे रामकुमार गुर्जर(निवासी मेहगांव, भिंड)49 की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर के बाद कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, संत कालिदास महाराज के नाक में गंभीर चोटें आईं और संत सदानंद महाराज भी बुरी तरह घायल हो गए। प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को मुरैना जिला अस्पताल से ग्वालियर रेफर किया गया, जहां उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, दोनों संतों की हालत अब स्थिर है और वे बातचीत करने की स्थिति में आ गए हैं। हालांकि, संत सदानंद महाराज की चोटें अधिक गंभीर हैं, जिसके चलते उन्हें गहन निगरानी में रखा गया है। हादसे में जान गंवाने वाले ड्राइवर रामकुमार गुर्जर का शव मुरैना से अंबाह भेजा गया। गुरुवार को जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
गौरतलब है किसंत कालीदास महाराज एनएच-719 भिंड जिले के सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने कई बार इस मुद्दे पर,सड़क जाम लगाकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपे हैं।