महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २० मार्च ;अभी तक ; साठिया समाज मंदसौर द्वारा फाल्गुन माह के तहत ढूंढ एवं होली मिलन समारोह आयोजित किया गया। यह सब प्रवासी समुदाय घुमन्तु कार्य प्रांत प्रमुख रविप्रतापसिंह बुंदेला व उनकी टीम के प्रयासों से ये संभव हो सका। इन समाज को मुख्य धारा में आने के लिये आप लगभग 7 वर्षों से काम कर रहे है। आपकी वजह से इनको शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ा गया। इनके बच्चों को मुख्य धारा में लाने के लिये इनके रहन सहन में परिवर्तन किया गया। अब इनका स्थान परिवर्तन करने के लिये सरकार से बात चल रही है जो अब जनप्रतिनिधियों के हाथ मेें है। इनको सुव्यवस्थित पट्टे देकर प्रधानमंत्री आवास बनाकर रोजगार से जोड़कर इनको सुस्थापित करें।
यह बात उपस्थित अतिथियों ने व्यक्त की। इस अवसर पर अतिथि के रूप में प्रांत प्रमुख रविप्रतापंिसह बुंदेला, भाजपा जिलाध्यक्ष पं. राजेश दीक्षित, पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, प्रांत टोली के सदस्य विनोद मेहता, जिला के शिक्षा आयाम प्रमुख देवीलाल सुनार्थी, जिला संयोजक रूपदेवसिंह सिसौदिया, जिला विधि प्रमुख यशोधर गुप्ता, साठिया समाज समन्वयक सुरेश राठौर, शेरसिंह रतलाम, जिला कार्यकारिणी के सदस्य राधेश्याम बैरागी, फतेहगढ़ के कालबेलिया समाज के पालक रूघनाथसिंह पण्ड्या, जिला धार्मिक उत्सव समिति के सुभाष गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी, संभ्रात समाज के विनोद जाट, विनय दुबेला, धीरज पाटीदार, निरांत बग्गा, राजाराम तंवर, विजय मदनलाल राठौर, कमलेश नागदा, ओम सोनी, राजेन्द्र चाष्टा, हरिराव जाधव, अशोक पालीवाल, प्रदीप गुप्ता, रूपनारायण मोदी, जीवन गोसर, संजय तरवेचा, अरूण शर्मा, हिम्मत डांगी सहित कालबेलिया समाज, नट समाज, बांछड़ा (जबाली) समाज, सिकलीकर समाज, नाग समाज, भाट समाज आदि समाज प्रमुख उपस्थित थे।
अतिथियों ने कहा कि साठिया समाज संघर्षशील समाज है। इन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने तथा इन्हें शिक्षा एवं रोजगार उपलब्ध कराने पर यह विकसित राष्ट्र के योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।
इस अवसर पर साठिया समाज के बाबू भाई, नाहरूलाल, किशोरलाल, अजीतलाल, रोजा बा, सूरीबाई, लीलाबाई, फाराबाई, जेतुनबाई, छोटूलाल, विमला, अर्जुनबाई, आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। अंत में आभार बाबूभाई ने माना।
अतिथियों ने कहा कि साठिया समाज संघर्षशील समाज है। इन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने तथा इन्हें शिक्षा एवं रोजगार उपलब्ध कराने पर यह विकसित राष्ट्र के योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।
इस अवसर पर साठिया समाज के बाबू भाई, नाहरूलाल, किशोरलाल, अजीतलाल, रोजा बा, सूरीबाई, लीलाबाई, फाराबाई, जेतुनबाई, छोटूलाल, विमला, अर्जुनबाई, आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। अंत में आभार बाबूभाई ने माना।