देवेश शर्मा
मुरैना 17 फरवरी ;अभी तक ; प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को मुरैना पहुंचे। वह दोपहर करीब 12:45 बजे पांचवी बटालियन स्थित हेलीपैड पर आए, यहां कृषि मंत्री एदल सिंह का कंसाना, मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा सहित स्थानीय नेताओं ने उनका स्वागत किया।
इसके बाद वह कार से सीधे मुरैना शहर के बैरियर चौराहे पर पहुंचे, यहां उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी मौजूद थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने आम सभा को संबोधित किया। सभा के बाद सीएम हेलीपैड की ओर रवाना हुए। यहां से वह सीधा राजघाट चम्बल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 10 घड़ियालों को चंबल नदी में छोड़ा। उन्होंने चंबल क्षेत्र में पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।सीएम ने चंबल नदी में राजघाट पर 10 घड़ियालों को छोड़ा।
मुख्यमंत्री ने आमसभा को संबोधित करते हुए कहा- हमने सुभाष चंद्र बोस को नहीं देखा, भगत सिंह को नहीं देखा महात्मा गांधी को नहीं देखा। लेकिन, इस बात को गर्व से कह सकते हैं कि हमने उनका पूरा रूप तथा समाहित चरित्र के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी को देखा है। उन्होंने कहा कि अटल जी के व्यक्तित्व में पूरे लोकतंत्र का व्यक्तित्व समाया था। हमारे अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे थे कि इंदिरा जी के बल पर जब बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग हुआ था, तब विपक्ष में बैठे अटल जी ने उन्हें मां दुर्गा का स्वरूप बताया था। वह विपक्ष में बैठकर भी सत्ता पक्ष के मुखिया का सम्मान करते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं अटलजी की प्रतिमा का अनावरण करने आया, तो प्रतिमा को देखकर ऐसा लगा कि प्रतिमा पोखरण के परमाणु बम से जोड़कर बनाई है। यह इतनी अधिक ऊंची है, कि मुरैना की नेशनल हाईवे से भी जो व्यक्ति गुजरेगा, वह देखकर कहेगा कि चंबल का शेर खड़ा है।
सीएम ने मंच से आसन नदी पर बोट क्लब बनाने एवं नगर के शोवरन गार्डन से इमलिया रोड तक 12 करोड़ रुपए की लागत की दोनों तरफ की सड़क और नालियों के निर्माण कार्य को स्वीकृत किया। उन्होंने मुरैना की नगरीय सीमा से लगी 12 पंचायतों में विकास कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए की राशि को स्वीकृति दी।