महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २ जुलाई ;अभी तक ; श्री केशरिया आदिनाथ श्रीसंघ की विनती पर मंदसौर में चातुर्मास हेतु पधारे प.पू. जैन आचार्य श्री जितेन्द्रसूरिश्वरजी म.सा. के परम् शिष्य आचार्य श्री निपुणरत्नसूरिश्वरजी म.सा. एवं साध्वी श्री गीतार्थ रेखाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा 10 का कल बुधवार को शुभ मुहूर्त में चौधरी कॉलोनी स्थित रूपचांद आराधना भवन में चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश हुआ। सभी जैन साधु साध्वियों को श्रीसंघ से जुड़े पदाधिकारियों, बाहर से पधारे विभिन्न श्रीसंघों के प्रतिनिधियों एवं नगर के गणमान्य नागरिकों ने भगवान महावीर स्वामी के जयकारों के साथ चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश कराया। चातुर्मास की अवधि में आचार्य सहित सभी 10 साधु साध्वियों की रूपचांद आराधना भवन में स्थिरता रहेगी। चातुर्मास मंगल प्रवेश पर कल बुधवार को संजय गांधी उद्यान में भव्य मंगल प्रवेश हेतु चल समारोह निकाला गया। आचार्यश्री के पावन सानिध्य एवं निश्रा में धर्मालुजनों ने इस चलसमारोह में सहभागिता की। बैण्ड बाजे एवं ढोल के साथ यह चल समारोह संजय गांधी उद्यान से प्रारंभ होकर रोम टॉवर के सामने गुप्ता कचोरी चौराहा, पुराना सहकारी बाजार रोड़ एवं नईआबादी के मुख्य मार्गों का भ्रमण कर चौधरी कॉलोनी स्थित रूपचांद आराधना भवन पहुंचा। यहां श्रीसंघ ने आचार्य सहित सभी साधु साध्वियों की भव्य अगवानी की। मार्ग में कई स्थानों पर जैन परिवारों के द्वारा आचार्यश्री के नगर आगमन पर उनकी गहुली की गई। धर्मालुजनों ने श्रीफल व चावल से गहुली कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर चल समारोह की शोभा भी बड़ाई। कई महिला मण्डलों ने अपने-अपने महिला मण्डलों की बहनों के साथ एकजैसी ड्रेस में भागीदारी की। चल समारोह के दौरान बड़ी संख्या में नगर के नागरिकों ने अपने घरों के बाहर आकर आचार्यश्री के दर्शन वंदन का धर्मलाभ लिया।
इसके पूर्व संजय गांधी उद्यान में श्रीसंघ के द्वारा विशाल धर्मसभा का आयोजन कियागया। इस धर्मसभा में मंदसौर ही नहीं अपितु उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़, प्रतापगढ़, विजय नगर, नीमच, सीतामऊ, सुवासरा, रूनिजा, तितरोद, लदूना, धमनार, दलौदा, हतुनिया, नारायणगढ़, पिपलियामंडी नलखेड़ा आदि श्रीसंघों से पधारे धर्मालुजन शामिल हुए। इन सभी श्रीसंघों के द्वारा आचार्यश्री को सामूहिक गुरूवंदन किया गया। धर्मसभा में आचार्यश्री ने चातुर्मास की महत्ता पर संक्षिपत व्याख्यान देते हुए कहा कि चातुर्मास के चार माह का यह समय धर्म आराधना तप तपस्या के लिये अति उत्तम समय है। धर्मालुजन इस समय का पूरा उपयोग करे तथा अपने को धर्म के प्रति समर्पित करे।
पन्यास प्रवर श्री राजरत्नजी म.सा. ने भगवान महावीर स्वामी के द्वारा अपने जीवन में राजगृही नगरी में किये गये 14 चातुर्मास का वर्णन करते हुए कहा कि चातुर्मास की परम्परा आदिकाल से चली आ रही है। श्रीसंघ की विनती पर आज गुरूदेव का यहा पहला चातुर्मास हो रहा है। इस चातुर्मास की अवधि में धर्मालुजन अधिकाधिक तप त्याग करे।
प.पू. श्री राजमुनिजी म.सा. ने कहा कि यहां चतुर्विद संघ उपस्थित है अर्थात साधु साध्वी श्रावक श्राविका एक साथ इन चारों का उपस्थित रहना शुभ मंगलकारी है। धर्मालुजन इस चातुर्मास के चार माह की अवधि का पूरा लाभ ले और सिद्धी तप उपधान तप सहित पर्युषण पर्व की आराधना में अपने को समर्पित करने का प्रयास करेंगे तो जीवन धन्य होगा।
राजस्थान के कैबिनेट मंत्री श्री प्रमोद भाया (जैन) ने कहा कि मंदसौर श्रीसंघ सौभाग्यशाली है जिन्हें आचार्यश्री का चातुर्मास मिला है। राजस्थान के कई ऐसे संघ है जो 10-15 वर्षों से विनती कर रहे है लेकिन उन्हें गुरूदेव का चातुर्मास नहीं मिल पाया है आप सभी गुरूभक्ति की शक्ति को पहचाने और जीवन को गुरू के प्रति समर्पित करे।
मुम्बई के समाजसेवी श्री राणीक भाई जैन ने कहा कि गुरूदेव की कृपा से मेवाड़ क्षेत्र के कई जैन मंदिरों का जीर्णोद्धार हुआ है। आज कई जैन श्रीसंघ मंदिर की प्रतिष्ठा का शुभ मुहुर्त लेने मंदसौर आये है। इन सभी श्रीसंघों को आचार्यद्यश्री उचित समय पर मुहुर्त प्रदान करेंगे। रतलाम, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, बड़ी सादड़ी, कनौरा श्रीसंघ के जो प्रतिनिधि आये है उन्हें आचार्य श्री उचित समय पर मंदिर की प्रतिष्ठा हेतु मुहुर्त एवं स्वीकृतियां प्रदान करेंगे। धर्मसभा में राजेन्द्र करणपुरिया ने भी अपने विचार रखे। धर्मसभा का संचालन प्रमोद जैन (सीएमओ नारायणगढ़)व पंकज खटोड़ (सचिव चातुर्मास समिति) के द्वारा किया गया।
लाभार्थी परिवारों का किया बहुमान- धर्मसभा में स्वामीवात्सल्य के लाभार्थी नारायणगढ़ वाला दक परिवार एवं नवकारसी के लाभार्थी डॉ. विशाल कुमार जैन कायथा वाला परिवार, का श्री केशरिया आदिनाथ श्रीसंघ के अध्यक्ष दिलीप डांगी, सचिव संदीप धींग, कोषाध्यक्ष छोटेलाल जैन, ट्रस्टी सुरेन्द्र जैन योग गुरू, पारसमल जैन सालेचा, प्रमोद जैन, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष मनोज जैन (राकेश इण्डस्ट्रीज), सचिव पंकज खटोड़, कोषाध्यक्ष शरद सालेचा के द्वारा शाल श्रीफल भेंटकर एवं माला पहनाकर बहुमान किया गया।
इन्होनंे लिया बोलियों का धर्मलाभ- धर्मसभा में गुरूपूजा की बोली का धर्मलाभ धुलचंद पारसमल मेहता परिवार एवं अ ाचार्यश्री को काम्बली ओड़ाने का बोली का धर्मलाभ केसरीमल लक्ष्मीनलाल जैन छोटी सादड़ी वाले परिवार ने लिया। श्रीसंघ के द्वारा दोनों परिवारों की भी अनुमोदना की गइ।
ये धर्मालुजन हुए शामिल- आचार्यश्री के चातुर्मास प्रवेश के उपलक्ष्य में आयोजित धर्मसभा व चल समारोह में नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, श्री केशरिया आदिनाथ श्रीसंघ के अध्यक्ष दिलीप डांगी, सचिव संदीप धींग, कोषाध्यक्ष छोटेलाल जैन, ट्रस्टी सुरेन्द्र जैन योग गुरू, पारसमल जैन सालेचा, प्रमोद जैन, चातुर्मास समिति के अध्यक्ष मनोज जैन (राकेश इण्डस्ट्रीज), सचिव पंकज खटोड़, कोषाध्यक्ष शरद सालेचा, नपा सभापति निलेश जैन, पूर्व सभापति हिम्मत डांगी, भाजपा नेता राजेश गुर्जर, समाजसेवी शांतिलाल लोढ़ा, हिम्मत लोढ़ा, प्रदीप लोढ़ा, मुकेशखमेसरा, अभिषेक खमेसरा, नेमकुमार संघवी भीलवाड़ा, विरेन्द्र भण्डारी, अप्रेश भण्डारी, राकेश दुग्गड़, जयेश डांगी, कमलेश सालेचा, इष्टा भाचावत, दिलीप संघवी, कपिल भण्डारी, शैलेन्द्र भण्डारी, अशोक कुमठ पिपलियामंडी, सुनील बालावत, प्रतीक चण्डालिया, अनिल डांगी आदि ने सहभागिता की।


