महावीर अग्रवाल
मंदसौर ११ जुलाई ;अभी तक ; प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत पहल देश के शिक्षण संस्थानों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध हो रही है। इस दिशा में मंदसौर विश्वविद्यालय एक सशक्त और प्रेरणादायी भूमिका निभा रहा है।
विश्वविद्यालय ने कौशल विकास के क्षेत्र में छात्रों को तकनीकी दक्षता, व्यावसायिक निपुणता और उद्योग से जुड़ाव के अनेक अवसर प्रदान किए हैं। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसई) विभाग के छठे सेमेस्टर के छात्र आदित्य कुमार को देश की अग्रणी हेल्थटेक कंपनी एनफेरेंस लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु में 50 हजार रू. प्रति माह की पेड इंटर्नशिप प्राप्त हुई है।
यह उपलब्धि न केवल आदित्य कुमार की व्यक्तिगत मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है, बल्कि मंदसौर विश्वविद्यालय की उद्योग-केंद्रित शिक्षा नीति, प्रभावी प्रशिक्षण व्यवस्था और व्यापक इंडस्ट्री नेटवर्किंग का प्रत्यक्ष प्रमाण भी है। विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के लगभग 150 से अधिक छात्रों को वर्तमान शैक्षणिक सत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित कंपनियों से पेड इंटर्नशिप प्राप्त हुई है। इन इंटर्नशिप में छात्रों को 10 हजार से लेकर 5 हजार तक प्रतिमाह का स्टाइपेंड प्रदान किया जा रहा है।
संसाधन और मार्गदर्शन से मिलती सफलता- कुलाधिपति नाहटा
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ई. नरेंद्र नाहटा ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि ष्आज जब देश ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, मंदसौर विश्वविद्यालय उसमें अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आदित्य को मिली यह इंटर्नशिप इस बात का प्रमाण है कि यदि छात्रों को उपयुक्त संसाधन, मार्गदर्शन और सकारात्मक वातावरण मिले, तो वे किसी भी वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
छात्र की सफलता पर विश्वविद्यालय में प्रसन्नता –
-विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वी. एस. एस. कुमार ने कहा कि मंदसौर विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि छात्रों को उद्योगों के लिए पूरी तरह तैयार करना है। हमारा पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण व्यवस्था, तथा उद्योगों के साथ गहरे संबंध छात्रों के भविष्य को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
-डीन ऑफ अकडेमिक्स डॉ. अरुणवा दास ने कहा कि हमारा संस्थान छात्रों के सर्वांगीण विकास पर विशेष बल देता है। अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव भी दिया जाता है, जिससे वे रोजगार की दुनिया में प्रतिस्पर्धा कर सकें।-कुलसचिव ई. आशीष पारिक ने कहा कि हम अपने छात्रों को ज्ञान, आत्मविश्वास और आधुनिक उद्योगों की मांग के अनुरूप कौशल प्रदान कर रहे हैं।मंदसौर विश्वविद्यालय तकनीकी शिक्षा, फार्मेसी, कृषि, प्रबंधन, पत्रकारिता, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, फैशन एवं डिजाइन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यावसायिक, व्यावहारिक एवं कौशल-आधारित शिक्षा प्रदान करने हेतु निरंतर प्रयासरत है।
आदित्य ने कहा ‘‘गुरु बिन ज्ञान नहीं’’-
छात्र आदित्य कुमार ने कहा कि यह उपलब्धि मेरे शिक्षकों, विश्वविद्यालय की प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट टीम और मेरे अभिभावकों के सहयोग और मार्गदर्शन के बिना संभव नहीं थी। मंदसौर विश्वविद्यालय ने मुझे तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ आत्मविश्वास और वास्तविक उद्योग अनुभव भी प्रदान किया। मुझे गर्व है कि मैं इस विश्वविद्यालय का हिस्सा हूं।


