देवेश शर्मा
मुरैना , 8 फरवरी ;अभी तक ; मुरैना जिले में वन विभाग ने कल को चंबल नदी की जैव विविधता को बचाने के लिए 20 घड़ियालों को नदी में छोड़ा है। देवरी स्थित घड़ियाल प्रजनन केंद्र में पले इन घड़ियालों में 12 नर और 8 मादाएं शामिल हैं। सभी की उम्र दो वर्ष से अधिक है।
इस पुनर्वास कार्यक्रम के तहत इन घड़ियालों को विशेष बक्सों में रखकर दांतरदा घाट लाया गया और वहां सावधानीपूर्वक चंबल नदी में छोड़ दिया गया।
उल्लेखनीय है कि, चंबल नदी देश में घड़ियालों के प्राकृतिकआवासों में से एक है, लेकिन बीते कुछ सालों में इनके अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा था। इसी को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने घड़ियालों के संरक्षण और उनकी संख्या बढ़ाने के लिए यह प्रयास किया। अधिकारियों ने बताया कि इन घड़ियालों को चंबल नदी के उन स्थानों पर छोड़ा गया है, जहां पानी गहरा है और मानवीय दखल कम से कम हो, ताकि वे आसानी से प्राकृतिक माहौल में ढल सकें।
उप मंडल अधिकारी योगेन्द्र कुमार परदे ने बताया कि देवरी स्थित घड़ियाल प्रजनन केंद्र में जन्मे और पले-बढ़े इन घड़ियालों को लंबे लकड़ी के बक्सों में सुरक्षित रूप से रखकर दांतरदा घाट तक लाया गया। जब इन्हें नदी किनारे ले जाकर बक्सों के मुंह खोले गए, तो घड़ियाल तेजी सेबाहर निकले और सीधे नदी में बह गए। कुछ घड़ियाल तुरंत पानी में गोता लगाकर दूर चले गए, जबकि कुछ कुछ देर तक किनारे पर रुके और फिर धीरे-धीरे आगे बढ़े।