एस पी वर्मा
सिंगरौली १३ मार्च ;अभी तक ; जियावान थाना के समीपी देवसर बाजार शिव मंदिर तिराहा के पास आज दिन गुरुवार का अपराह्न 3:30 बजे एक ट्रैक्टर ने तीन वाहनों को टक्कर मार दिया। जिसमें सड़क किनारे फुटपाथ पर मोची का कारोबार करने वाला एक बुजुर्ग एक्सयूवी कार वाहन के चपेट में आ गया और उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वही एक 16 साल की बालिका भी गंभीर रूप से घायल हो गई है।

गौरतलब है कि सीधी-सिंगरौली-39 मार्ग के देवसर बाजार अतिक्रमण के चलते सड़के सिकुड़ती जा रही हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए न तो जनप्रतिनिधि और ना ही जिम्मेदार अधिकारी कोई दिलचस्पी दिखा रहे हैं। आरोप है कि एनएच-39 सीधी सिंगरौली मार्ग देवसर में अतिक्रमण के चलते आए दिन सड़क हादसे भी हो रहे हैं ,लेकिन स्थानीय प्रशासन एसडीएम एवं तहसीलदार कुंभकर्णी निद्रा में हैं। जिसके चलते आज यह बड़ा सड़क हादसा हुआ है। जबकि यहां बताते चले की पिछले महीने के अंतिम सप्ताह में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सांसद डॉ.राजेश मिश्रा ने देवसर बाजार का अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया था और कलेक्टर ने भी एसडीएम समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को देवसर बाजार अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश जारी किया, इसके बावजूद स्थिति जस की जस की बनी हुई है। वही आज देवसर बाजार के शिव मंदिर के पास तिराहे पर मोची का दुकान लगाकर कारोबार करने वाला दशमत पिता महावीर साकेत उम्र 80 वर्ष निवासी सुपेला हादसे का शिकार हो गया। जहां बुजुर्ग ने उपचार के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवसर में दम तोड़ दिया। इधर16 साल की किशोरी बालिका शीलू शाह पिता रामदास शाह निवासी झखरावल गंभीर रूप से घायल हो गई। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि एक ट्रैक्टर ईट लेकर जियावन तरफ से आ रहा था तभी एक्सयूवी कार वाहन क्रमांक एमपी 66 जेड सी 4111 को टक्कर मार दिया और एक्सयूवी कार के साथ-साथ स्कॉर्पियो वाहन एवं ऑटो वहां भी चपेट में आया इसी दौरान मोची का दुकान लगाकर बैठा दशमत साहू एक्सयूवी कार के नीचे आ गया और उसे किसी तरह बाहर निकल गया ,लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। आरोप है कि स्थानीय प्रशासन के चलते हादसा हुआ है यदि प्रशासन समय रहते देवसर बाजार के फुटपाथ का अतिक्रमण हटा दिया होता तो आज दशमत की जान बच जाती फिलहाल देवसर एसडीएम एवं तहसीलदार की उदासीनता एवं प्रतिनिधियों की दखलअंदाजी राहगीरों, दुकानदारों एवं वाहन चालकों के लिए भारी पड़ रहा है।
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सांसद एवं कलेक्टर का निर्देश बेअसर
सुरक्षा समिति की बैठक में शामिल सिंगरौली आ रहे सांसद भी देवसर बाजार में जाम में फंस गए थे। जहां बैठक शुरू होते ही सांसद ने देवसर बाजार का अतिक्रमण हटाने के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया था। वही कलेक्टर ने भी खानापूर्ति कर निर्देश तो जारी कर दिया, लेकिन शक्ति के साथ नजर नहीं आए। जिसका नतीजा सबके सामने है। आरोप लग रहा है कि देवसर का प्रशासन नेताओं के दखलंदाजी के चलते बेवश नजर आ रहा है। जिसके कारण देवसर बाजार एनएच-39 सीधी-सिंगरौली मार्ग लगातार अतिक्रमण के चलते सड़क सिकुड़ती जा रही है। आलम यह है कि एनएच-39 सीधी -सिंगरौली देवसर बाजार की आधी सड़क पर दुकानदारों-वाहनों का कब्जा रहता है।
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घटना के बाद बाजार में सुनाई देने लगा हूटर
आलम यह है कि जब दशमत साकेत सड़क हादसे का शिकार हो गया और उसका मुख्य वजह फुटपाथ पर कब्जा कर दुकान लगाया था। इस हादसे के बाद स्थानीय देवसर प्रशासन की नींद टूटी और शाम से तहसीलदार एवं पुलिस के हूटर भी ऐतिहातन बजने लगे अपील की जा रही थी कि सड़क को अतिक्रमण से मुक्त रखें। अब सवाल उठ रहा है कि क्या प्रशासन या जनप्रतिनिधि इसी तरह के हादसे का इंतजार करने के बाद सक्रिय होते हैं या फिर समाचार पत्रों को गंभीरता से नही लेते। यहां बताते चले कि नवभारत ने पिछले सप्ताह देवसर बाजार का अतिक्रमण हटाने के लिए प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित किया था। इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं टूटी थी। शायद अब कुछ दिनों के लिए प्रशासन सक्त दिखाई देगा।