छिंदवाड़ा से महेश चांडक
छिंदवाड़ा 29 अप्रैल ;अभी तक ; कोतवाली टी आई उमेश गोलहानी ने बताया कि अजय रामदास पर छत्तीसगढ़ और मणिपुर की राज्यपाल रहीं अनुसुईया उईके ने उनके नाम के फर्जी लेटर पैड के उपयोग का आरोप लगाते हुए मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस से शिकायत की थी। रायपुर पुलिस की टीम छिंदवाड़ा पहुंची और कोतवाली थाना क्षेत्र के लालबाग से अजय रामदास वर्मा को हिरासत में लेकर रायपुर रवाना हो गई है। 2019 के इस प्रकरण में वह संलिप्त पाए गए। वर्मा के खिलाफ पहले से भी कोतवाली थाने में धोखाधड़ी (धारा 420)के तहत मामले दर्ज हैं।
पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उईके ने बताया कि मेरे फर्जी लेटर पैड पर फर्जी हस्ताक्षर कर वी आई पी लोगो को लेटर पैड पहुंचाए गए थे जिसकी शिकायत मेरे पास आने पर पुलिस को जांच के निर्देश दिए थे
प्राप्त जानकारी के अनुसार अनुसुईया उईके पूर्व राज्यपाल और अनुसूचित जनजाति आयोग की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के फर्जी लेटर पैड बनाकर अजय रामदास ने कुछ पत्र छत्तीसगढ़ के जनप्रतिनिधियों और प्रमुख लोगों को प्रेषित किए। इन पत्रों की भाषा पूर्व राज्यपाल की गरिमा और चरित्र के अनुसार नहीं थी।इसकी जानकारी सुश्री उईके तक पहुंची और उन्हें कुछ पत्र भी उपलब्ध करवाए गए। इसके बाद पूर्व राज्यपाल ने दोनों राज्यों के पुलिस प्रमुखों को इस संबंध में शिकायती पत्र लिखकर मामले की जांच के लिए कहा। जांच में जो तथ्य सामने आए उनके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है
अजय वर्मा ने खुद को महामंडलेश्वर बताते हुए कई धार्मिक आयोजनों में सक्रियता दिखाई थी।अजय रामदास ने पिछले साल चौरई विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक आयोजन भी किया था,जिसमें जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कथा वाचन किया था।अजय ने विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति में भी किस्मत आजमाने की कोशिश की थी लेकिन वह फेल हो गया।रामभद्राचार्य ने उनके लिए पार्टी से टिकट की सिफारिश भी की थी, हालांकि टिकट उन्हें नहीं मिल पाया।


