दीपक शर्मा
पन्ना १५ फरवरी ;अभी तक ; एडवोकेट तथा मंहत राजेश दीक्षित ने मुख्यमंत्री सहित अन्य वरिष्ट अधिकारीयों के नाम ज्ञापन भेजकर आज 16 फरवरी को मंदिर ठाकुर श्री जुगल किशोर जू पन्ना में आयोजित होने बाले सत्संग, प्रवचन, कथा को रोकने का आवाहन किया है, तथा उन्होने कहा है कि यह कार्यक्रम संबंधित आयोजक कर्ताओं द्वारा मनमाने ढंग से किया जा रहा है, उन्होने कहा कि यदि कार्यक्रमम नहीं रोका जाता है तो उक्त कार्यक्रम की वीडियोग्राफी प्रशासन हमें उपलध्य कराये नियमानुसार जो भी राशि है हम जमा करेगें।
हरि राम व्यास के संबंध में कुछ व्यक्ति कहते है कि हरि राम व्यास व्दारा ठाकुर जी (कृष्ण जी) की 07 विग्रहो (मूर्तियों) को प्रकट (उत्पन्न) किया गया। (जिनमे पन्ना के ठाकुर श्री जुगल किशोर जू पन्ना को भी सम्मलित करते है)। हरि राम व्यास को 500 वर्षो के भीतर जन्मे होंना बताते है। यदि इतनी बड़ी घटना हुई होती तो इस घटना का जिक्र तत्कालीन इतिहासकार जरूर करते है। परंतु इस विषय पर इतिहास मौन है। फिर भी जो विग्रह (मूर्तिया) यदि प्रकट भी हुए तो वह मुगल शासकों (ओरंगजेब) के डर से बृन्दावन छोड़ कर क्यो चले गए। इसी तरह मेरे ठाकुर श्री जुगल किशोरजू पन्ना को भी मनगढ़ंत तरीके से ठाकुर जी (कृष्ण जी) की 07 विग्रहो (मूर्तियों) सप्त निधियों मे जोड़कर देख रहे है। जबकि यह विग्रह अलग है। उक्त विग्रह (पन्ना के ठाकुर श्री जुगल किशोरजू) की न्योछावर मेरे पूर्वज महंत जू, (महंत पंडित गोविंद दीक्षत जू) ने संबत 1813 सन 1756 में 131000-00 (एक लाख इकतीस हजार) रुपया 02(दो) रुपया सैकड़ा के हिसाब से ब्याज पर लेकर उक्त विग्रह के संबंध में प्रदान की गई थी। जिससे स्पस्ट है कि ठाकुर श्री जुगल किशोरजू पन्ना हमारे पुर्वजो द्वारा ला कर स्थापित किये गयें थें, इसके सभी प्रमाण मेरे पास सुरक्षित है।