आनंद ताम्रकार
बालाघाट ५ जून ;अभी तक ; जिले में बिना अनुमति के धान के बीज की हरित हाईब्रीड सीड्स हैदरबाद के नाम से पैकिंग करने के मामले में कृशि विभाग ने कड़ी कार्यवाही करते हुये इस कंपनी के सभी किस्म के बीजों के क्रय विक्रय पर पाबंदी लगा दी है। 4 जून को उपसंचालक कृशि राजेष खोब्ररागडे ने इस संबंध में आदेष जारी किया है।
यह उल्लेखनीय है की जिले के तिरोडी थाना क्षेत्र के ग्राम बोथवा में कृशि विभाग द्वारा सांई राइस मिल में 234 क्विंटल धान जब्त की थी जहां एमटीयू 10-10,आरआइ 64, के नाम से धान के बीज की संषोधित किस्मों के नाम पर बीज पैक किये जा रहे थे।
यह फर्जीवाड़ा प्रीतम बोपचे वालडोंगरी निवासी द्वारा किया जा रहा था जांच के दौरान विभाग की अनुमति और अन्य आवष्यक दस्तावेज नही मिलने पर पुलिस ने अपराध कायम किया। जिले के कटंगी और लालबर्रा में कृषि विभाग की टीम ने संनसाइन एग्रोटेक कंपनी के दस्तावेजों की जांच की तथा अतरी में हंसा राइस मिल में जांच की।
यह उल्लेखनीय है की बालाघाट जिला प्रदेश का प्रमुख धान उत्पादक जिला है जहां खरीफ और रबी सीजन में धान की बहुतायत में पैदावार होती है।
धान उत्पादन क्षेत्र के रकबे में से 80 प्रतिशत रकबे में सिंचाई के संसाधन उपलब्ध होने से धान का भरपूर उत्पादन होता है। इस कारण धान बीज की भारी डिमाड होती है विभागीयसूत्रों के अनुसार 1 लाख 25 हजार क्विंटल धान बीज की आवष्यकता होती है किसान बीज के लिये स्थानीय कृशि केन्द्रों पर निर्भर रहता है। 75 हजार क्विंटल धान बीज बाजार से खरीदा जाता है।
इसी डिमांड की आड़ में अमानक स्तर के धान बीज की पैकिंग ब्राण्डेड कंपनीयों के नाम पर जिले में की जा रही है। बिचौलियों ने अमानक धान बीज पैकिंग के लिये ऑनलाइन लाईसेंस लिया है इसकी आड़ में अमानक धान बीज की पैकिंग की जा रही है।
नकली खाद के बाद अब नकली धान बीज बिक्री के लिये बालाघाट जिला प्रमुख हब बन गया है।
इसकी आड़ में 20 से 25 रूपये किलो में धान बीज लेकर उसे 300 से 500 रूपये प्रति किलो पैंकिग के नाम पर बेचकर किसानों को लूटने का दुश्चक्र चलाया जा रहा है।


