आनंद ताम्रकार
बालाघाट ७ अप्रैल ;अभी तक ; 14 वर्षीया मानसिक रूप से विक्षिप्त एवं गुंगी बालिका के साथ दुष्कर्म किये जाने के आरोप में पुलिस ने पीड़िता के सगे भाई को दुष्कर्म करने का आरोपी होना पाया है।उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
कथित आरोपी की पहचान पुलिस द्वारा डीएनए टेस्ट कराये जाने के बाद हुई है।
दुष्कर्म किये जाने का यह प्रकरण माह अप्रैल 2021 में बालाघाट कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में हुआ था जिसमें अपंग और विक्षिप्त बालिका के गर्भवती होने की सूचना प्राप्त होने पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध दुष्कर्म एवं पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत पंजीबद्ध किया गया था।
पीडिता की मॉं ने एफआइआर में बताया था की उसका पति तथा वह स्वयं रोजाना मजदूरी करने घर से बाहर चले जाते थे तथा एक अन्य 11 वर्षीय लड़का बकरी चराने चला जाता था घर पर पीडिता अकेली रहती थी पीडिता मानसिक विक्षिप्त तथा अपंग होने से वह बोलने में भी असमर्थ थी जिसके कारण घर से बाहर भी नही जा सकती थी।
कोतवाली पुलिस बालाघाट द्वारा ऐसे चुनौतिपूर्ण प्रकरण में अज्ञात आरोपी की तलाश में 4 वर्षों के अंतराल में 50 से भी अधिक लोगों से पूछताछ की गई अनेक संदिग्ध लोगों का डीएनए टेस्ट भी करवाया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री नगेन्द्रसिंह के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर तत्कालीन सीएसपी अंजुल अयंक मिश्रा तथा सीएसपी सुश्री वैशाली सिंह कराहलिया के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना निरीक्षक प्रकाश वास्कले ने उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल एवं किरण वरकडे के नेतृत्व में टीम गठित की।
प्रकरण के हर पहलुओं की विवेचना की गई संदिग्ध की पहचान कर डीएनए टेस्ट करवाया गया जो पाजिटिव प्राप्त हुआ। इस प्रकरण में पीडिता के 16 वर्षीय नाबालिग भाई की अपचारी के रूप में पहचान होने पर उसे बाल न्यायालय में पेश किया गया।
पुलिस अधीक्षक श्री नगेन्द्र सिंह ने प्रकरण की उत्कृष्ट विवेचना कर प्रकरण का खुलासा करने वाले विवेचक उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल एवं किरण वरकडे को 5-5 हजार रूपये के नगद इनाम की घोषणा की है।