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    44वें विश्व नियुद्ध खेल स्थापना दिवस एवं गुरू पुजा के अवसर पर नियुद्ध गुरुओ को मिला सम्मान 

    महावीर अग्रवाल 

    मन्दसौर २८ फरवरी ;अभी तक ;   प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नियुद्ध के 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर वर्ल्ड  नियुद्ध फेडरेशन द्वारा मन्दसौर नगर में स्थित नियुद्ध खेल के विश्व मुख्यालय नियुद्ध गुरूकुल द्वारा आयोजित नियुद्ध के जनक आदि नियुद्धाचार्य भगवान शिव के पूजन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग अधिकारी श्री विजेंद्र देवड़ा, शासकीय महाविद्यालय मंदसौर के खेल प्रशिक्षक राजू कुमार, संकुल प्राचार्य क्र. 2 से सुरेंद्र कुमार रामावत,  मध्य प्रदेश जूडो एसोसिएशन के संयुक्त सचिव पंचमांशी नियुद्धगुरु भारत सिंह कुमावत तथा नियुद्ध फेडरेशन ऑफ इण्डिया के सचिव शैलेन्द्र श्रीवास्तव तथा नियुद्ध खेल महासंघ के साप्ताहिक समाचार पत्र सत्याश्रय के संपादक गुलाब गोयल उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नियुद्ध गुरूकुल के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने की। इस अवसर पर नियुद्ध खेल के संस्थापक एवं वर्ल्ड नियुद्ध फेडरेशन के संस्थापक अध्यक्ष नियुद्धाचार्य डॉ नरेन्द्र  श्रीवास्ताव विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर नियुद्ध गुरू प्रवीण भंडारी द्वारा भगवान शिव के पार्थिव शिवलिंग को अपने हाथों से निर्मित किया गया। नियुद्ध के आदिगुरू भगवान श्री शिव के उक्त पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना नियुद्धाचार्य डॉ. नरेन्द्र  श्रीवास्तव के नेतृत्व  में सभी नियोद्धाओं द्वारा की गई। भारत के कई राज्यों में भी 44वें विश्व नियुद्ध खेल स्थापना दिवस अपने-अपने क्षेत्र में मनाया गया जिसमें मध्य प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान, गुजरात, जम्मू एंड कश्मीर, झारखंड आदि राज्य सम्मिलित रहे।
                                          विश्व मुख्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खेल एवं युवा कल्याण विभाग मंदसौर के अधिकारी श्री विजेंद्र देवड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि नियुद्ध खेल के खिलाडी नियुद्ध के साथ मार्शल आर्ट की और अन्य  विधाओं में भी भाग लेते है तथा शूटिंग और ताइक्वांडो खेल में मंदसौर जिले का नाम नेशनल लेवल तक ले जा रहे हैं यह बड़े हर्ष की बात है। खेल विभाग आने वाले समय में खिलाड़ियों को और अच्छी सुविधा प्रदान करता रहेगा।
                                       शासकीय महाविद्यालय मंदसौर के खेल प्रशिक्षक राजू कुमार द्वारा बताया गया कि मंदसौर के कॉलेज से यूनिवर्सिटी खेलों में शूटिंग खेल इसी वर्ष प्रारंभ हुआ है, जिसमें नियुद्धखेल के खिलाड़ियों ने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी तक अपना स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए उन्होंने नियुद्ध गुरुकुल को शुभकामनाएं दी।
                                               संकुल हाई सेकेंडरी स्कूल क्र. 2 के प्राचार्य सुरेंद्र कुमार रामावत ने कहा नियुद्ध गुरुकुल नियुद्ध खेल के रूप में भारतीय संस्कृति को सीखाने के साथ मानव शरीर को स्वस्थ रखने में महती भूमिका का निर्वाह कर रहा है, यह प्रशंसनीय है।
    मध्यप्रदेश के जूडो मैनेजर एवं मध्यमप्रदेश जूडो एसोसिएशन के संयुक्त सचिव तथा नियुद्ध खेल के वरिष्ठ नियुद्ध गुरू नीमच जिले से उपस्थित पंचमांशी नियुद्ध गुरु भारत सिंह कुमावत, ब्लैएकबेल्टक/स्काूर्फ 5 डिग्री ने इस अवसर पर नियोद्धाओ को सम्बोधित कर बताया वह भी यही से मार्शल आर्ट के क्षेत्र में आगे बढे है, सभी खिलाडीगण सही स्थान पर भारतीय मार्शल आर्ट नियुद्ध का अभ्यास कर रहे है, जहां पर मार्शल आर्ट की समस्त विधाओं पर सही मार्गदर्शन दिया जा रहा है तथा क्रमबद्ध तरीके से आगे बढाया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि नियुद्ध भारत की प्राचीन लडने की कला है जिसका उद्भव भगवान श्री शिवजी के ताण्डव से हुआ है। युगो पुरानी भारतीय पद्धति से सिखाई जाने वाली यह कला निरंतर संपूर्ण राष्ट्र और विश्व में खेल के रूप में अपने कदम जमाती जा रही है जिससे आने वाले समय में नियुद्ध कला से कई खिलाड़ी और युवा अपने भविष्य को सुरक्षित कर पाएंगे।
    अतिथियों का स्वागत नियुद्ध के संस्थापक डॉ नरेन्द्र श्रीवास्तव, नियुद्ध फेडरेशन ऑफ इण्डिया के सचिव शैलेन्द्र श्रीवास्तव, नियुद्ध गुरु विजय पारखी, दिनेश परमार, प्रवीण भण्डारी, महेश गहलोत, नयनसी गंगवाल, कंकू, नीलम, संजना, रेणुका, पायल, अभिरुची भंडारी, रजत राज श्रीवास्तव, विशाल सिंह चौहान, अल्फेज अहमद अंसारी एवं  हर्षिता सिसोदिया ने किया।
    नियुद्ध खेल स्थापना दिवस पर नियुद्ध गुरुकुल के खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के लिये सम्मानित किया गया जिसमें ताइक्वांडो खेल में मंदसौर का नाम रोशन करने वाले नियुद्ध के खिलाड़ी अर्पण भंडारी, हिमांशु सिंह चंद्रावत, डिना हरतलिया एवं यशस्वी देवड़ा को और एयर पिस्टल, राइफल शूटिंग और शॉटगन के खिलाड़ी श्रीवाली श्रीवास्तव, मनित्व सिंह रावत, मृदुल पोरवाल, तरुण शर्मा, लखन सेन, वर्षा सेन, बलदीप सिंह मक्कड़, चेतन पाटीदार, रिंकी बेस्ट एवं पैराओलंपिक के एयर पिस्टल खेल में तैयारी करने वाली खिलाड़ी रानी टांक को सम्मानित कर सभी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
    इस अवसर पर नियुद्ध दक्षता परीक्षा में काला कटिबंध (ब्लैकबेल्ट) निरांशी नियुद्ध गुरू की उपाधि उत्तीर्ण करने वाले खिलाड़ियों में याना मेंढालकर, ईशान वागड़िया, छवि  वागड़िया एवं इनाया खान को नियुद्ध गुरु की उपाधि एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया और बताया गया कि छवि और इनाया नियुद्ध की सबसे कम उम्र की बालिका वर्ग में नियुद्ध गुरु की उपाधि प्राप्त करने वाली बालिकाएं हैं अन्य कटिबंध परीक्षा में उत्तीर्ण 40 खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
    इस अवसर पर नियुद्ध के खिलाड़ियों द्वारा कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए हिन्दी भाषा का वर्ण क्रम एवं नियुद्ध द्वंद की शानदार प्रदर्शन किया गया। साथ ही सभी अतिथियों व नियुद्ध गुरूओं को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये।
    कार्यक्रम का संचालन एवं आभार नियुद्ध गुरूकुल सचिव नियुद्ध गुरू प्रवीण भण्डारी ने व्यक्त किया।

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