UN ने भारत के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ दर्शन को अपनाया, स्थायी मिशन के परिसर में पट्टिका को किया गया स्थापित
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी राजदूत रुचिरा कंबोज और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में वसुधैव कुटुंबकम पर एक पट्टिका का अनावरण किया। यह पट्टिका वैश्विक चुनौतियों से निपटने में एकता सहयोग और साझा जिम्मेदारी का प्रतीक है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के परिसर में “वसुधैव कुटुंबकम” पट्टिका का अनावरण किया।हिंदी में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और अंग्रेजी में ‘द वर्ल्ड इज वन फैमिली’ वाक्यांश के साथ गोल्डन रंग की पट्टिका भारत के स्थायी मिशन के परिसर के प्रवेश द्वार के अंदर एक दीवार पर सजी हुई है।पट्टिका का अनावरण आईसीसीआर के साथ भारत के स्थायी मिशन द्वारा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के एक दिन बाद किया गया।इस समारोह में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया, जो एकजुटता प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण पल था।
एजेंसी, न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के परिसर में “वसुधैव कुटुंबकम” पट्टिका का अनावरण किया।हिंदी में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और अंग्रेजी में ‘द वर्ल्ड इज वन फैमिली’ वाक्यांश के साथ गोल्डन रंग की पट्टिका भारत के स्थायी मिशन के परिसर के प्रवेश द्वार के अंदर एक दीवार पर सजी हुई है।पट्टिका का अनावरण आईसीसीआर के साथ भारत के स्थायी मिशन द्वारा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ‘वसुधैव कुटुंबकम’ पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के एक दिन बाद किया गया।इस समारोह में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय समुदाय के सदस्यों ने भाग लिया, जो एकजुटता प्रकट करने का एक महत्वपूर्ण पल था।भारत की G20 प्रेसीडेंसी ने “वसुधैव कुटुम्बकम” या “एक पृथ्वी – एक परिवार – एक भविष्य” विषय को अपनाया। यह दर्शन वैश्विक चुनौतियों से निपटने में एकता और सहयोग को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।सहस्रबुद्धे ने अनावरण के अवसर पर कहा, “एक तरह से ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के पीछे के दर्शन ने आधुनिक भाषा में (जिसे हम ब्रांड इंडिया कह सकते हैं) बनाया है। यह भारत की पहचान है… यह भारत का विश्व दृष्टिकोण है।” इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में कई भारतीय अधिकारियों, राजनयिकों के साथ-साथ महानिदेशक कुमार तुहिन और उप महानिदेशक अभय कुमार सहित आईसीसीआर के अधिकारियों ने भाग लिया।