प्रदेश

पन्ना में आयोजित हुआ दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण सीआरई कार्यक्रम

दीपक शर्मा

पन्ना १७ जुलाई ;अभी तक; सीआरसी छतरपुर तथा स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय पन्ना के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें देश के अलग-अलग क्षेत्र से 50 पुनर्वास व्यावसायिक गण सम्मिलित हुए। उक्त कार्यक्रम “अधिगम का सार्वभौमिक प्रारूप“ विषय पर केंद्रित था।

कार्यक्रम का शुभारंभ किया सीआरसी छतरपुर के निदेशक डॉ राजमणि पाल तथा विवेकानंद महाविद्यालय पन्ना के निदेशक डॉक्टर अरविंद सिंह की उपस्थिती में किया गया। शुभारंभ सत्र में सागर स्थित डॉ हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ नवीन सिंह भी उपस्थित रहे।

डॉ राजमणि पाल ने बताया कि मध्य प्रदेश के प्रत्येक दिव्यांगजन को भारत सरकार तथा राज्य सरकार से मिलने वाली समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराना सीआरसी का उद्देश्य है। भारत सरकार दिव्यांग जनों के लिए फ्री कोचिंग की सुविधा, शीघ्र पहचान तथा हस्तक्षेपन कौशल विकास कार्यक्रम, प्री तथा पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के साथ-साथ सहायक उपकरण उपलब्ध कराने तथा रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रयास कर रही है, जिससे उनका जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके। तत्पश्चात् कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए अरविंद सिंह ने कहा कि हमारा संस्थान दिव्यांगजनो के लिए समर्पित है और इस पुनीत कर में सीआरसी की हरसंभव सहायता करेगा। तकनीकी सत्र के दौरान डॉक्टर नवीन सिंह ने अधिगम के सार्वभौमिक प्रारूप के बारे में तथा उनके सिद्धांतों के बारे में लोगों को अवगत कराया। इनके अलावा नीरज मधुकर, आलोक कुमार तथा निलेश कुमार ने भी विभिन्न विषयों पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किया। दूसरे दिन के तकनीकी सत्र में सुश्री प्रीति यादव ने सहायक शिक्षण सामग्री के निर्माण में यूडीएल अप्रोच के इस्तेमाल के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई। साथ ही इंदौर से आए हुए एन सी ई डी मध्य प्रदेश चैप्टर के सचिव डॉक्टर सुनील तोमर ने भी पाठ योजना तथा उसका क्रियान्वयन विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया तथा प्रतिभागियों से परिचर्चा की। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर प्रत्येक प्रतिभागी को प्रतिभाग प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान सीआरसी छतरपुर के राज बहादुर पटेल, रूपेंद्र पटेल, आलोक कुमार तथा विवेकानंद महाविद्यालय के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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