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जन्माष्टमी कल वृंदावन से मंगाई गई भगवान की पोशाक, होगें अनेक कार्यक्रम, लगातार चल रही तैयारी

दीपक शर्मा

पन्ना २४ अगस्त ;अभी तक ;  मध्य प्रदेश मे पन्ना के बुन्देलखंड के आराध्य देव कहे जाने वाले जुगल किशोर भगवान के जन्मोत्सव की तैयारियां जोरों पर जारी हैं। जन्माष्टमी का यह पर्व 26 अगस्त को मनाया जायेगा। भगवान श्री जुगल किशोरे जी जन्म रात्रि 12 बजे होगा। उसके पूर्व भजन कीर्तन तथा अनेक कार्यक्रम संपन्न होगें।

संस्कृति विभाग द्वारा भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। एक दिन पूर्व 25 अगस्त को भगवान श्री जुगल किशोर जी का दर्शन करने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव भी पन्ना पंहुच रहे है। जन्माष्टमी कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से भगवान के लिए विशेष तौर पर वृंदावन से 2 पोशाके मंगाई गई हैं। वहीं, जन्मदिन पर भगवान का बुंदेली शैली व पद्धति से श्रृंगार किया जाएगा. गौरतलब है कि श्री जुगल किशोर मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारी की धूम चल रही है। इसके लिए मंदिर की पुताई के साथ साथ अनेक प्रकार की साज सज्जा की जा रही है।

भगवान श्री जुगल किशोर जी का मंदिर लगभग तीन सौ वर्ष पुराना है। श्री जुगल किशोर मंदिर का निर्माण पन्ना के तत्कालीन महराजा हिंदूपथ द्वारा 1758 से 1778 के बीच अपने कार्यकाल के दौरान करवाया था। मंदिर के गर्भगृह में स्थापित भगवान की मूर्ति ओरछा के रास्ते वृंदावन से लाई गई थी। भगवान जुगल किशोर की मुरली में हीरे जड़े हुए हैं। वहीं प्रभु के आभूषणों और पोशाक बुंदेली शैली एवं पद्धति को दर्शाते हैं। मंदिर निर्माण स्थापत्य कला के अनुसार किया गया है। जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है। भगवान जुगल किशोर मंदिर में जन्माष्टमी पर्व बड़े ही धूमधाम से प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। रात्रि 12ः00 बजे भगवान के जन्म के समय पन्ना राजघराना परिवार के सदस्य मौजूद होते हैं, जो भगवान के सामने चंवर डुलाते हैं। यह परंपरा सैकड़ों वर्षों से चली आ रही है। जो प्रतिवर्ष निभाई जाती है. इस साल भी पन्ना के महाराज चंवर डुलाकर परंपरा का निर्वहन करेंगे। जुगल किशोर मंदिर की दान पेटियां तहसीलदार अखिलेश प्रजापति, नायब तहसीलदार शशिकांत दुबे और मंदिर समिति के सदस्यों के बीच खोली गईं। इस दौरान पुलिस विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। दान पेटी से निकली राशि की गिनती सुबह से लेकर शाम तक चलती रही। जिसमें सबसे ज्यादा सिक्के पाए गए हैं. अभी दो पेटियों की गिनती बाकी है, जो बाद में करवाई जाएगी। जो गिनती आज तक पूरी हुई है उसमें 13 लाख 10 हजार 195 रुपए निकले हैं।

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