ना हम पत्थर काण्ड के साथ हैं ,ना हम किसी के साथ हैं:: कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद
रवींद्र व्यास
छतरपुर १२ सितम्बर ;अभी तक ; बहुचर्चित कोतवाली थाने में पथराव कांड मामले को लेकर कांग्रेस की सियासत जारी है | इसी सियासी संग्राम के तहत पांच सदस्य वाली जांच कमेटी गुरूवार को छतरपुर पहुंची | मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पांच सदस्य जांच कमेटी गठित की थी | कमेटी ने पत्थर कांड के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के जमीदोज की गई करोड़ों की आलीशान बिल्डिंग के स्थल का निरीक्षण किया ,और उसके बाद उनके परिजनों से भी मुलाकात की, उसके बाद कांग्रेस की जांच कमेटी छतरपुर एसपी और कलेक्टर से भी मिली है
पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के भोपाल विधायक आरिफ मसूद ने पुलिस पर हुए पत्थर काण्ड पर कहा कि ना हम पत्थर काण्ड के साथ हैं ,ना हम किसी के साथ हैं ,हम अमन और शान्ति के साथ हैं | हम चाहते हैं छतरपुर में शांति स्थापित हो ,संविधान काम करे | उन्होंने कहा की पुलिस प्रशासन के द्वारा जिस तरीके से इस मामले में कार्यवाही की गई है उससे भय का माहौल है ,उनका कहना था कि पुलिस ने अब तक अज्ञात लोगों के नाम खुलासे नहीं किए हैं, और पुलिस लिस्ट लेकर घूम रही है, जिससे लोग दहशत में हैं, वहीं कई परिवार परेशान है, उनका कहना है कि कई लोगों को झूठ फंसाया जा रहा है ,. मसूद ने कहा कि हमने जिला प्रशासन से यही कहा है कि यह गलत हो रहा है ,| आप वीडियोग्राफी को चेक कीजिए और उसके आधार पर जो चिन्हित हो उस पर कार्रवाई करनी चाहिए ,भय का माहौल खत्म होना चाहिए, लोग घर से नहीं निकल रहे हैं , हम चाहते हैं कि छतरपुर शांत हो, इंसाफ जल्द से जल्द मिले, और संविधान के हिसाब से जिला चलना चाहिए, वही पुलिसकर्मियों पर हुए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि यह घटना अच्छी नही है ।
विधायक लखन घनघोरिया ने कहा कि जिस प्रकार से कानून की अवहेलना हुई है संविधान को तार तार किया जा रहा, हम नहीं सुप्रीम कोर्ट में खुद कहा है कि देश संविधान से चलेगा बुलडोजर से नहीं ,यदि कोई घटना होती है तो जो अपराधी है उसे पर कार्रवाई होनी चाहिए ,ना की मकान पर बुलडोजर चलना चाहिए , उन्होंने कहा कि प्रशासन की जो अधिकारी होते हैं उन्हें निष्पक्ष होना चाहिए किसी की जी हुजूरी नहीं करना चाहिए ,
स्मरण रहे भारत बंद के दिन 21 अगस्त को छतरपुर की कोतवाली थाने में ज्ञापन देने पहुंचे मुस्लिम समाज के लोगों ने पथराव कर हमला किया था, जिसमें थाना प्रभारी सहित पुलिसकर्मी घायल हुए थे, इसके बाद पुलिस ने 46 नामजद सहित डेढ़ सौ अन्य लोगों पर विभिन्न गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था , और घटना के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली के करोड़ों की आलीशान बिल्डिंग को अवैध बताते हुए प्रशासन ने जमीदोज किया था।
इस घटनाक्रम पर जहां पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान और तलाश कर रहा है तो वहीं कॉंग्रेस भी इसे घटना के बाद हुई पुलिस -प्रशासन की कार्यवाही पर जमकर सियासत कर रही है