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दशपुर जागृति संगठन ने मांग की है कि संजीत रोड़ के नवनिर्मित सेतु का नामकरण महारानी लक्ष्मीबाई के नाम से किया जावे
महावीर अग्रवाल
मंदसौर २३ नवंबर ;अभी तक ; दशपुर जागृति संगठन के सभी सदस्यों ने दिनांक 19 नवम्बर 2024 को महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर एक संकल्प लिया था कि संजीत रोड़ स्थित महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतीमा से आगे नवनिर्मित सेतु का निर्माण पूर्ण हो चुका है, क्रांतिकारी संगठन होने के नाते संगठन यह चाहता है कि इस सेतु का नामकरण देश की स्वतंत्रता में अपने प्राणों की आहूति देने वाली झांसी की रानी महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर तत्काल करें। इस हेतु एक ज्ञापन संगठन की ओर से नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर को सौंपा गया।
दशपुर जागृति संगठन के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र पुराणिक ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले, फांसी पर लटकाये जाने वाले और गोलियों से भून दिये गये शहीदों को भुलाया जा चुका है, जबकि उनके आंदोलन और कुर्बानी से ही देश को आजादी मिली है, इसलिये उनके बलिदान को चिरस्थाई बनाने के लिए सेतु का नामकरण महारानी लक्ष्मीबाई के नाम से ही हो, किसी भी राजनेता के नाम से नहीं होना चाहिये। ऐसा ध्यान रखा जावे।
इसी के साथ एक मांग ओर संगठन ने रखी कि महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतीमा पर वर्ष में दो बाद पुष्पांजलि अर्पित की जाती है, उनकी जयंती और बलिदान दिवस पर संगठन कार्यक्रम आयोजित करता है। उनको माल्यार्पण नगरपालिका की हाइड्रोलिक मशीन पर चढ़कर किया जाता है, उसमें सभी सदस्य नहीं कर पाते, साथ ही खतरा भी रहता है, अतः प्रतिमा स्थल पर सीढ़ी का निर्माण कराया जावे ताकि सामान्यजन भी आसानी से माल्यार्पण कर सके।
इस अवसर पर संरक्षक रविन्द्र पाण्डे ने कहा कि अन्य प्रतिमाओं के लिये भी सीढ़ियों की व्यवस्था बनाई जावे, ताकि माल्यार्पण सुगमता से किया जा सके। ज्ञापन का वाचन संयोजक सत्येन्द्रसिंह सोम ने किया। ज्ञापन देते समय संगठन के उपाध्यक्ष बी.एस. सिसौदिया, श्री चन्द्रकुमार विश्नोई, श्री अरूण गौड़, श्री शत्रुंजय सोनी, श्री रमेशचन्द्र चन्द्रे, श्रीमती सीमा चौरड़िया उपस्थित थी।