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आजादी के बाद पहली बार बुंदेलखंड से देश बचाने और सनातन हिन्दू राष्ट्र के लिए यात्रा निकली :: अनिरुद्धाचार्य 

रवीन्द्र व्यास
छतरपुर २४ नवंबर ;अभी तक ;   रात के १२ बज रहे थे लोग चैन से सो रहे थे | दूसरी तरफ बुंदेलखंड की पुरानी राजधानी नौगांव में हिंदुओं को सचेत करने के लिए साधु संत सन्यासी प्रवचन दे रहे थे | इनको सुननेवाले वे लोग अधिकाँश थे जो बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के साथ हिन्दू जागरण महयज्ञ में अपनी आहुति देने उनके साथ चल रहे थे |
                                इस मौके पर संत अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि  देश में आजादी के बाद पहली बार बुंदेलखंड से देश बचाने और सनातन हिन्दू राष्ट्र के लिए इतनी विशाल पद यात्रा निकाली जा रही है। संत ने  देश में धर्मांतरण और जात पात को देश की बड़ी और गंभीर समस्या बताते हुए सभी से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शुरू की गई एकता यात्रा को समर्थन की अपील की।
                             उन्होंने कहा कि  जात-पात को  व्यवस्था के रूप में स्वीकार करना है यह व्यवस्था के रूप में ही था ।।हमें जात-पात को छुआछूत के रूप में स्वीकार नहीं करना है।
 
राह  में आए जो दिन दुखी प्रेम की गंगा बहाते रहो ।
                        भगवान राम के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जब उन्होंने इसे नहीं माना तो हम क्यों मान रहे हैं। आज से 70 साल पहले दाई द्वारा कराई जा रही प्रसव व्यवस्था का भी उन्होंने जिक्र किया | उन्होंने साफ़ कहा कि देश को वोट के लोभियों ने जात  पात में बांटा है | 
 
धर्मांतरण :
                                 धर्मांतरण के मुद्दे पर  संत अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि खूब पैसा कमाओ  24 घंटे में से 23 घंटे काम करो पर एक घंटा नियम से हर रोज निकालो और दलितों के पास बैठो धर्म की बात करो | धर्मांतरण आज एक बड़ी समस्या है हम हिंदुओं के साथ खड़े रहे तो क्या मजाल  कोई वर्ग आकर  ले जाए |उन्होंने कई उदाहरण देकर बताया की मुगलों ने और अंग्रेजों ने कई अत्याचार किये  पर हमारे लोगों ने धर्मांतरण नहीं किया ||  गीता में लिखा है कि अपने धर्म में मर जाना अच्छा पर धर्म त्यागना नहीं || गुरु गोविंद सिंह के 7 साल के बच्चे को जिंदा चुनवा दिया पर उसने अपना धर्म नहीं बदला |  आज तो आदमी ₹500 में बिक जाता है |  महाराज जी आप सब  तक पहुंच रहे हैं | में जहां कथा के लिए जाता हूं वहां गरीब दीन  दुखी के घर पर जरूर जाता हूं | आप सब ने देखा होगा की शराब के लिए लोग बाग आपस में पैसे जोड़कर पव्वा मंगा लेते हैं तो क्या हम राष्ट्र के लिए कुछ पैसे नहीं जोड़ सकते एक घंटा राष्ट्र को देंगे धर्म को देंगे तो एक बड़ा परिवर्तन होगा |  आज देश के साधू संत  हम सब अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं आप भी जहां रहे और प्रयास करें | 
 
जहां सुमति तथा संपत्ति नाना जहां कुमति तहां विपत निधाना  ठीक वैसे ही है जैसे झाड़ू  अगर इकट्ठी है तो वह सबको साफ कर देती है पर अलग-अलग है तो कुछ नहीं कर पाती | बाटोगे तो काटोगे नारे को  उन्होंने अच्छा बताते हुए कहा इसको फॉलो करें और हमको बटना नहीं है ऐसी यात्रा आजादी के बाद भारत में पहली बार देखने को मिल रही है ऐसी यात्रा होती रहे तो हम सबके लिए अच्छा है| 
मुस्लिम हित का कानून ::
                                         उन्होंने कहा कि  2013 में कानून भारत सरकार ने बनाया था,कि कोई   मुसलमान खड़ा होकर कह दे कि यह जमीन हमारी है ,तो कोई इस पर कुछ नहीं कर सकता ,अंबानी के घर को कह दिया कि यह वक्त बोर्ड की जमीन पर बना है कोर्ट में अपील भी नहीं कर सकता ऐसा कानून किस संविधान सम्मत हो सकता है | 
हिन्दुओ अगर खदेड़े जाओगे तो कहाँ जाओगे 
                           बांग्लादेश का हाल देख रहे हो, बँगला देश से हिन्दू खदेड़े गए ,  पाकिस्तान से ,अफगानिस्तान से खदेड़े गए | अब अगर ऐसी ही स्थिति रही और हम सोते रहे तो ,भारत से खदेड़े गए तो कहाँ जाओगे |?  गए सनातन संस्कृति के लिए संस्कृति के लिए महाराज जी बब्बर शेर है|  हम बच्चे हैं गलत करें तो हमारे बुजुर्ग साधु संत हमको सही राह बता सकते हैं |  आज का युवा अच्छे कार्य कर रहे हैं तो सब को  का साथ जरूर देना चाहिए | अगर सनातन धर्म से ही  अच्छे भारत और राष्ट्र का निर्माण होगा सदियों बाद कोई चाणक्य सामने आया है जिसमें सारी दुनिया में  भारत का ,सनातन का ध्वज  फहराया है | सनातन संस्कृति सुरक्षित है तो देश सुरक्षित है दुनिया सुरक्षित हैं अगर यही गड़बड़ हो गई तो सारी दुनिया में  गड़बड़ हो जाएगा | 
हिन्दू बुजदिल है 
                                इस मौके पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अनिरुद्धचार्य ने प्रैक्टिकल उदाहरण दिया |   यह पदयात्रा है यह हम आने वाली पीढ़ी के लिए कर रहे हैं|  हम उनके लिए कर रहे हैं ताकि देश गजवा ए हिंद ना हो जाए |  इजराइल में उपद्रव हुआ तो सारे इजरायली वहां पहुंच गए जब भारत में हिंदू सड़कों पर हैं तो हम अपनी संस्कृति बचाने पहुंचेंगे यह कहना है नेपाल और ऑस्ट्रेलिया से आ रहे हिंदुओं का |जो इस रैली में शामिल होंगे नेपाल के तो शामिल हैं |  उन्होंने बताया की एक कई वृद्ध  माताएं पदयात्रा में हमारे साथ चल रही है | एक माताजी के पैरों में छाले पड़ गए दिल्ली की है वह उनसे कहा भी के एंबुलेंस में बैठ जाए तो कहा कि अगर एंबुलेंस में जाएंगे तो हमारा संकल्प टूट जाएगा |  उन्होंने कहा कि  सबसे ज्यादा बुजदिल  हिंदू है ,सबसे ज्यादा कायर  हिंदू है, सबसे ज्यादा  डरपोक हिंदू है |  बाद में जब  वह  तुम्हारे घर लूटेंगे तो तुम्हें हमारी याद आएगी अब तो करो या मरो की बारी  है भारत पर संकट भारी है 
मंच पर हुआ विवाह 
6 बहनों में कल्पना अनुरागी सबसे बड़ी बहन थी उसका विवाह रात में धीरेंद्र शास्त्री के मंच पर संपन्न हुआ |  यह पवित्र  कार्य नौगांव मंडल ने किया धीरेंद्र शास्त्री ने कहा की उसके घर का पूरा सामान लाखों रुपए का  दिया पर सबसे बड़ी बात यह है की शादी विवाह तो कहीं भी हो जाता पर साधु संतों का जो आशीर्वाद इन दोनों को मिला है वह कहीं नहीं मिल पाता।
असल में नौगांव में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के तीसरे दिन का विश्राम था | 

 


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