प्रदेश
जनसुनवाई के दौरान आत्मदाह करने बिरसा से आया था परिवार
आनंद ताम्रकार
बालाघाट ३ दिसंबर ;अभी तक ; मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान उस वक्त अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया, जब बिरसा से आए एक व्यक्ति ने आवेदन निवेदन पर कोई सुनवाई न होने को लेकर हंगामा मचाते हुए कलेक्टर कार्यालय में ही आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि कलेक्टर कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों द्वारा उसे ऐसा करने से रोक दिया गया।
बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति बिरसा से अपने परिवार के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचा था। जिसने आवेदन निवेदन पर सुनवाई न होने का आरोप लगाते हुए पहले तो आत्मदाह की चेतावनी दी, वही देखते ही देखते उस व्यक्ति ने साथ में लाए थैली से मिट्टी तेल की बोतल निकाल ली और स्वयं सहित अपने पूरे परिवार को खड़ा कर उनपर मिट्टी तेल का छिड़काव कर दिया। जिसे देख वहां कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया। इससे पहले कि वह व्यक्ति जेब से माचिस निकालकर आग लगता, उससे पहले ही कलेक्टर कार्यालय में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी व पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। वहीं मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। जहां पुलिस उस परिवार को गाड़ी में बैठकर थाने ले गई है।
बिरसा निवासी शिकायतकर्ता अज्जू पिता ज्ञान दास मेश्राम की माने तो वह बिरसा में पान ठेला चलाते थे। जिससे उनका घर परिवार चलता था। उन्होंने 23 नवंबर की शाम अपना पान ठेला अपने रिश्तेदार प्रदीप डोंगरे के घर पर रखा था और कहीं चले गए थे। बताया गया की 24 नवंबर को गांव के कुछ लोगों ने जेसीबी और ट्रैक्टर की मदद से उनके पान ठेले को उनके रिश्तेदार के घर से उठा लिया और कहीं ले गए जिसका वीडियो भी उनके पास है।जिन्होंने उक्त मामले की शिकायत की है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके चलते वे सह परिवार आत्मदाह करने कलेक्टर कार्यालय आए थे।