ग्राम पंचायत करहिया के ग्राम लमकुश मे गरीअ आदिवासीयों को नहीं मिले प्रधानमंत्री आवास, कलेक्टर से लगाई गुहार
दीपक शर्मा
पन्ना ३ दिसंबर ;अभी तक ; प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम आवास योजना लापरवाही की भेंट चढ़ रही है। लापरवाही का आलम यह है कि एक ऐसा गांव जहां के केवल एक हितग्राही को ही इस योजना का लाभ मिला है जिसका निर्माण भी अधूरा पड़ा है। 3 दिसंबर को ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मदद की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों ने बताया कि गुनौर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत करहिया के ग्राम लमकुश में अनुसूचित जनजाति के 50 परिवार झुग्गी झोपड़ी एवं कच्चे घरों में निवासरत हैं। जहां आज तक पीएम आवास का लाभ नहीं दिया गया, गांव में रहने वाले लोग अति गरीब हैं जिनकी कोई सुनवाई भी नहीं हो रही, 50 परिवारों की बस्ती में केवल एक हितग्राही रमेश आदिवासी को पीएम आवास मिला है जो अभी अधूरा पड़ा है। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि गांव के सभी लोग झुग्गी झोपड़ी एवं कच्चे घरों में रहते हैं, जिससे बारिष के दिनों में नीचे पानी भर जाता है और उपर से भी पानी टपकता है जिससे परेषानी होती है, गर्मियों में झोपड़ियों में आग लगने का खतरा रहता है, इस प्रकार यहां के लोग परेषानियों से जूझ रहे है, ग्रामीणों कि समस्या को देखते हुए पीएम आवास योजना का लाभ दिया जाए।