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विश्व एड्स दिवस को लेकर लगातार किये जा रहें कार्यक्रम, लोगो को एड्स के प्रति किया जा रहा जागरूक

दीपक शर्मा

पन्ना ५ दिसंबर ;भी तक ;  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एस के त्रिपाठी के मार्गदर्शन एवं जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर जितेंद्र यादव के नेतृत्व में विभिन्न कार्यक्रम जिले में आयोजित किए जा रहे हैं, कार्यक्रम श्रृंखला मे मां वैष्णो नर्सिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं के समक्ष एड्स जागरूकता अभियान कार्यक्रम किया गया।

विश्व एड्स दिवस साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत आईसीटीसी परामर्शदाता की प्रमुख प्रभात मिश्रा ने एड्स के विषय पर प्रमुख कारण अवस्थाएं एवं उपचार के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की छात्र-छात्राओं के द्वारा एड्स की जागरूकता के दौरान  जिज्ञासा में कई प्रश्नों के समाधान उत्तर प्रदान किए भारत देश में एड्स की बढ़ते मरीज की संख्या लाखों में है परंतु जब से ए आर टी थेरेपी उपचार के संपर्क में संक्रमित व्यक्ति आए हैं निरंतर उपचार के माध्यम से अपना स्वास्थ्य जीवन जी रहे हैं, .

ओ एस टी नशा मुक्ति केंद्र पन्ना में  प्रभारी डॉक्टर अरुण जैन ए एन एम स्टाफ एवं परामर्शदाता अशोक कुशवाहा द्वारा एड्स के प्रमुख कारण में संक्रमित सिरिंज के माध्यम से संक्रमण के बारे में बतलाया गया नशा की लत में लंबे समय से ले रहे इंजेक्शन काफी घातक संक्रमण की शुरुआत हो सकती है ओ एस टी के माध्यम से उपचार की सुविधा से नशा मुक्त जीवन खुशहाली का जीवन जीने के लिए अशोक कुशवाहा द्वारा ओ एस टी की उपयोगिता के संबंध में जानकारी प्रदान की, जिसके अंतर्गत मरीज की निगरानी एवं प्रतिदिन दिए गए उपचार के माध्यम से धीरे-धीरे नशे की लत का कम होना, एवं सकारात्मक सोच से जीवन को जीना महत्वपूर्ण पहेलुओं पर जानकारी प्रदान की गई।

यौन जनित रोग डी एस आर सी सेंटर प्रत्येक जिले में कार्यरत है, जिसके अंतर्गत यौन जनित संक्रमण के उपचार के लिए परामर्शदाता द्वारा मुफ्त परामर्श एवं उपचार की सुविधा के संबंध में अखिलेश श्रीवास द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया। उपचार में मुख्य रूप से ऐसी बीमारी में शर्माना या छुपाना घातक हो सकता है। सुरक्षा क्लिनिक किसी भी मरीज की गोपनीयता के प्रति प्रतिबद्ध रूप से कार्य करता है संबंधित व्यक्ति के उपचार की जानकारी सिर्फ मरीज के अलावा किसी अन्य जगह बगैर किसी कारण के नहीं दी जाती गुप्त रोग पूर्ण रूप से उपचार के माध्यम से ठीक हो जाती है। जिसमें परामर्श एवं साथी का उपचार अति अनिवार्य बतलाया गया आने वाले समय में हम इन रोगों से जागरूकता एवं उपचार के माध्यम से बीमारी पर काबू पा सकें इसके लिए अति आवश्यक है समय पर उपचार के लिए हम स्वयं पहल करें।

1097 टोल फ्री नंबर एवं 2017 एचआईवी अधिनियम के अंतर्गत  किसी भी प्रकार का एचआईवी पीड़ित व्यक्ति से उसके मूल अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता एवं भेदभाव  स्वीकार्य नहीं होगा कानून विधि के सहायता के लिए शिकायत अधिकारी विभागीय की नियुक्ति से शिकायत का प्रावधान इसमें महत्वपूर्ण है। जिसके संबंध में जानकारी प्रदान की गई, साथ ही आगामी अन्य कार्यक्रम जागरूकता से संबंधित हो इसके संबंध में जानकारी प्रदान की गई। उक्त कार्यशाला में कालेज का स्टाप तथा अन्य लोग उपस्थित रहें।

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