संत सियाराम बाबा परलोक गमन कर गये
मयंक शर्मा
खंडवा ११ दिसंबर ;अभी तक नर्मदा तट के यहां से 80 किसेमीटा दूर ग्राम भट्टयान में 93 साल के बुजुर्ग ं संत सियाराम बाबा का बुधवार मोक्षदा एकादशी पर तडके 6.15 मिनट पर परलोक गमन कर गये है। ग्राम भट्टयाण के सरपंच भूराजी बिरले ने यह जनकारी दी। उन्होने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शाम 4 बजे आश्रम के पास किया जाएगा। बाबा पिछले 10 दिन से बीमार चल रहे थे। मूलतः गुजरात निवासी बाबा सियाराम यहां करीब 65 साल से नर्मदा भक्ति कर रहे थे। संरपंच ने कहा कि संभवतः अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होने पहुंचने वाले है।
अंतिम संस्कार के पहले उनके आश्रम में सियाराम बाबा के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ लगी है। बाबा को निमोनिया की शिकायत पर पास के सनावद के निजी अस्पताल में भर्ती किया था। लेकिन जल्द आश्रम लौट गये। भक्तों के अनुसार वे 21 घंटों तक रामायण का पाठ करते थे। उन्हें हमेशा लंगोट में ही देखा गया है।
बाबा का जन्म 1933 में गुजरात के भावनगर में हुआ था। 17 साल की उम्र में उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग पर चलने का फैसला किया ।। उन्होंने कई सालों तक गुरु के साथ तीर्थ भ्रमण किया। वे 1962 में भट्याण आए थे।
यहां उन्होंने एक पेड़ के नीचे मौन रहकर कठोर तपस्या की। जब उनकी साधना पूरी हुई तो उन्होंने सियाराम का उच्चारण किया, जिसके बाद से ही वे सियाराम बाबा के नाम से जाने जाते हैं। वे भगवान हनुमान के परम भक्त हैं।
समीपस्थ ग्राम सामेड़ा के रामेश्वर सिसोदिया ने बताया कि बाबा की वर्तमान आयु लगभग 93 वर्ष है। बाबा के लिए गांव से पांच छह घरों से भोजन का टिफिन आता था, जिसे बाबा एक पात्र में मिलाकर लेते थे। खुद की जरूरत के अनुसार भोजन निकाल कर बचा भोजन पशु-पक्षियों में वितरित कर देते थे।