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दानवृत्ति, परोपकार वृत्ति, संघ एवं सन्त भक्ति से परिपूर्ण थे सुश्रावक धर्मचंद चत्तर – आगरे का पेठा के प्रसिद्ध व्यवसायी का देहावसान
अरुण त्रिपाठी
रतलाम,13 दिसंबर ;अभी तक ; नगर के प्रसिद्ध आगरे का पेठा के व्यवसायी धर्मचंद चत्तर का देहावसान हो गया। उनके निधन पर समाजजनों ने गुणानुवाद सभा कर श्रद्धाजंलि अर्पित की। मालव केसरी परम पूज्य गुरूदेव श्री सौभाग्यमल जी मसा के सुशिष्य श्रमण संघीय प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनिजी मसा सहित संत एवं साध्वी मंडल ने शोक संदेश भेजकर संवेदना व्यक्त की। प्रवर्तकश्री ने धर्मदास सम्प्रदाय के सुश्रावक धर्मचंद चत्तर को दानवृत्ति, परोपकार वृत्ति, संघ एवं सन्त भक्ति से परिपूर्ण बताया।
गुणानुवाद सभा में सौरभ मूणत ने प्रवर्तकश्री, इंदौर में विराजित श्री राजेश मुनिजी, निपानिया में विराजित प्रगतिसुधाजी, पूज्य महासती श्री कल्पनाजी, चंदनबालाजी, श्रीसुमनप्रभाजी, श्री आदर्शज्योतिजी, श्री चेतनाजी, श्री महिमाजी, श्री धर्मलताजी के संदेशों का वाचन किया। इन संदेशों में संत एवं साध्वी मंडल ने कहा कि श्री चत्तर सरल आत्मा थे। मालव केसरी गुरूदेव श्री सौभाग्यमलजी मसा एवं प्रवर्तक श्री सूर्यमुनिजी एवं श्री प्रकाशमुनिजी के प्रति उनकी अनन्य आस्था रही। उनमें गुरूभक्ति रग-रग में समाई हुई थी। गुरू निष्ठा के सुसंस्कार उन्होंने अपने परिवार को भी दिए है। वे घोषणा के बजाए नगद दान के पक्षपाती थे। उनके निधन से समाज और संघ को जो क्षति हुई है, उसे कभी भरा नहीं जा सकेगा।
गुणानुवाद सभा में प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी मसा की संवेदनाएं भी प्रेषित की गई। इस मौके पर श्री धर्मचंद चत्तर के पुत्र बाबूलाल एवं रखब चत्तर और पौत्र मयंक, सौम्य एवं प्रीत चत्तर ने उनकी स्मृति में शिक्षा, स्वास्थ्य, परोपकार एवं धर्मार्थ कार्यो के लिए राशि देने की घोषणा की। सभा का संचालन श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत ने किया। इस अवसर पर जीव मैत्री परिवार, धर्मदास जैन श्री संघ ,चंद्रवीर परिवार,श्री वर्धमान स्थानक जैन श्रावक संघ नीम चौक,श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल , जीव दया समिति एवं श्री जैन दिवाकर नवयुवक मंडल के सदस्यगणो ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए |