महावीर अग्रवाल
मंदसौर 4 जून ;अभी तक ; पांच मध्यप्रदेश बटालियन एनसीसी द्वारा आयोजित दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का भव्य समापन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुपम छटा के साथ हुआ। समापन समारोह में कैडेट्स ने पारंपरिक लोकगीतों, मनमोहक नृत्यों और अन्य कला के माध्यम से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। गणेश वंदना से संध्या प्रारंभ हुई और योगासनों की शांति ने समारोह में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।
इस अवसर पर कमान अधिकारी ने प्रशिक्षण शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को प्रशंसा पत्र प्रदान कर उनकी अनुशासन, समर्पण और सीखने की जिज्ञासा की भूरि-भूरि सराहना की। उन्होंने कैडेट्स को आत्मनिर्भर, सजग और जिम्मेदार नागरिक बनने का संदेश देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
शिविर के दौरान कैडेट्स को शारीरिक प्रशिक्षण, हथियार संचालन, फायरिंग, प्राथमिक उपचार, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, सैन्य संगठन और ट्रैफिक नियंत्रण जैसे विविध विषयों में गहन प्रशिक्षण दिया गया। युद्धाभ्यास के तहत सितारों से दिशा-ज्ञान, घात लगाना, रेडियो संचार, हथियार चलाना, हथियारों से वाक़फ़ियत और सामरिक रणनीतियाँ सिखाकर कैडेट्स की व्यावहारिक दक्षता को विकसित किया गया।
कैडेट्स को अपने इतिहास से जोड़ने के उद्देश्य से यशोधर्मन विजय स्तंभ का शैक्षिक भ्रमण कराया गया, जिसने उनमें राष्ट्रीय गौरव की भावना को प्रबल किया। SDRF टीम ने आपदा प्रबंधन के तहत राहत एवं बचाव तकनीकों का प्रशिक्षण दिया, जबकि जिला ट्रैफिक पुलिस द्वारा यातायात नियमों पर आधारित सत्र ने उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
योग प्रशिक्षक श्री महेश कुमावत ने योग सत्र के माध्यम से तन-मन की एकाग्रता और संतुलन के महत्व को रेखांकित किया। वहीं डॉ. हिना हरित ने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर व्याख्यान देकर कैडेट्स को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. हिमांशु यजुर्वेदी द्वारा थैलेसीमिया एवं सिकल सेल एनीमिया पर बच्चों को जानकारी दी गई, साथ ही 80 कैडेट्स की थैलेसीमिया जांच कराई गई। शिविर के दौरान खेलकूद, चित्रकला व अन्य रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिससे कैडेट्स की बहुआयामी प्रतिभाओं को उजागर करने का अवसर मिला।
यह वार्षिक प्रशिक्षण शिविर न केवल सैन्य अनुशासन और रणनीतिक दक्षता का मंच बना, बल्कि कैडेट्स को सामाजिक सरोकार, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रभक्ति से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक पहल भी साबित हुआ।
इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से अच्छे निशानेबाज , अच्छे परेड करने वाले छात्र, अच्छे वक्ताओं तथा सांस्कृतिक प्रतिभा वाले कैडेट्स का चयन किया गया जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए तैयार किया जाएगा ।
एनसीसी बटालियन की मंदसौर में स्थापना के बाद स्थानीय महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में एनसीसी इकाई प्राप्त करने की होड़ सी लग गई है। कमान अधिकारी ने बताया कि आगामी सत्र में उन्हीं संस्थाओं को एनसीसी का अवसर दिया जाएगा, जो हमारे निर्धारित मानदंडों पर खरी उतरेंगी। हमारा उद्देश्य अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को देशसेवा की ओर प्रेरित करना और उनमें समर्पण एवं अनुशासन की भावना विकसित करना है।


