एस पी वर्मा
सिंगरौली ८ जून ;अभी तक ; गत 3 जून को जिला मुख्यालय से तक़रीबन 45 किलोमीटर दूर मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चकरिया में एक 45 वर्षीय महिला की हुई अंधी हत्याकांड का मोरवा पुलिस ने पर्दाफास कर दिया. मृतिका का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका अपना सगा बड़ा बेटा ही निकला जिसने अपनी पत्नी को उसके मायके से अपने पास लाने व खुश करने अपनी माँ को ही रास्ते से हटा दिया था. तेजतर्रार मोरवा टी आई यू पी सिंह ने एफयसएल टीम की मदद से सूक्ष्म निरीक्षण कराया था, जहाँ शक की शुई उसके बेटे पर जा रही थी और टी आई श्री सिंह ने जब पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया तो उसने माँ की हत्या करना स्वीकार किया. .

अंधी हत्या का खुलासे मे मोरवा टी आई श्री सिंह ने बताया कि गत 3जून को मृतिका फूलकुआर गोंड पत्नी लालमनी गोंड उम्र 45 वर्ष निवासी चकरिया की संदिग्ध परिस्थिति में लाश मिली थी, जिसकी हत्या का शक उसके बेटे पर था सो एसपी मनीष खत्री के निर्देश एवं एएसपी अभिषेक रंजन एवं एसडीओपी कृष्ण कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन मे फूलकुआर के बेटो को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछतांछ की तो बड़े बेटे हत्यारोपी बबुआ सिंह गोड़ ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने आरोपी बबुआ सिंह गोड़ पिता लालमन सिंह गोड़ को धारा 103(1) बीएनएस के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

टी आई श्री सिंह ने बताया कि हत्यारोपी बबुआ सिंह गोड़ पिता लालमन सिंह गोड़ उम्र 21 वर्ष पेशे से वाहन चालक था, जिसकी एक माह पूर्व ही शादी हुई थी। परंतु उसकी पत्नी उसकी मां के गाली-गलौज रवैइये के कारण ससुराल नहीं आना चाहती थी, जिस कारण घटना की रात शराब के नशे में उसने माँ के साथ विवाद किया और अपने मॉ के सर पर डंडे से प्रहार कर उसे मौत की नींद सुला डाला। घटना के बाद आरोपी ने साक्षय छुपाने के लिए घर के बाहर ताला लगाकर दीवार से घर में दाखिल हो गया और फिर सुबह लोगों के सामने घर से निकला।,
उक्त कार्यवाही में उपनिरीक्षक एनपी तिवारी, राजकुमार त्रिपाठी, सहायक डीएन सिंह, उमेश अग्निहोत्री, अरुण सिंह परिहार, प्रआर अर्जुन सिंह, आर दशरथ मांझी, अमित द्विवेदी, मंगलेश्वर सिंह, महिला गायत्री उईके की सराहनीय भूमिका रही.