देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया दशहरा, उत्सव में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री भी हुए शामिल
प्रधानमंत्री ने यहां दशहरा कार्यक्रम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह त्योहार केवल रावण के पुतले जलाने और राक्षस पर भगवान राम की जीत तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक भी होना चाहिए. मोदी ने एक सांकेतिक धनुष से तीर चला कर लंका दहन समारोहों की शुरूआत की.
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा, जिसे विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है, मंगलवार को देशभर में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया. देश के अलग-अलग हिस्सों में रावण, उसके बेटे मेघनाद और भाई कुंभकर्ण के बड़े-बड़े पुतले जलाए गए. इन कार्यक्रमों में आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं ने भी भाग लिया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कई अन्य नेताओं ने दशहरा उत्सव मनाने के लिए दिल्ली में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए. राष्ट्रीय राजधानी के द्वारका में आयोजित एक कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से देश को जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर विभाजित करने की कोशिश करने वाली ताकतों को खत्म करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि दशहरा उन विचारधाराओं के दहन का भी प्रतीक होना चाहिए जो भारत के विकास के बारे में नहीं बल्कि अपने स्वार्थों को पूरा करने से जुड़े हैं.
प्रधानमंत्री ने यहां दशहरा कार्यक्रम में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह त्योहार केवल रावण के पुतले जलाने और राक्षस पर भगवान राम की जीत तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे देश में हर बुराई पर देशभक्ति की जीत का प्रतीक भी होना चाहिए. मोदी ने एक सांकेतिक धनुष से तीर चला कर लंका दहन समारोहों की शुरूआत की.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यहां लाल किला के पास श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित दशहरा समारोह में भाग लिया. बाद में उन्हें पुतले की ओर तीर चलाने के लिए सांकेतिक धनुष-बाण दिया गया. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने नव श्री धार्मिक लीला समिति द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दशहरा समारोह में भाग लिया. कार्यक्रम में ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच सोनिया को रामायण की एक प्रति उपहार में दी गई.
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी विभिन्न रामलीला समितियों द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग में सेना के जवानों के साथ दशहरा मनाया. तवांग, चीन की सीमा से लगा रणनीतिक रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है.
सिंह ने एक सैन्य अड्डे पर ‘शस्त्र पूजा’ करने के बाद कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. नवरात्र के नौ दिवसीय उत्सव के समापन के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है. पश्चिम बंगाल में विजयादशमी के मौके पर राज्य के विभिन्न नदी घाटों पर देवी दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया गया.
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस ने शहर में हुगली नदी के किनारे 34 घाटों पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं. विजयादशमी के मौके पर महिलाओं ने पारंपरिक ‘सिंदूर खेला’ (एक-दूसरे के चेहरे पर सिन्दूर लगाना) अनुष्ठान में भाग लिया. फिल्म अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता सहित कई मशहूर हस्तियों ने कोलकाता में विभिन्न सामुदायिक पूजा पंडालों में ‘सिंदूर खेला’ अनुष्ठान में भाग लिया.
जम्मू-कश्मीर में दशहरा के मौके पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में भारी संख्या में लोग एकत्र हुए. अधिकारियों ने बताया कि जोरदार जयकारों के बीच मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों का दहन किया गया. उन्होंने बताया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी उत्सव देखने गए. उन्होंने बताया कि जम्मू में भी यह त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया गया.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी पर गोरक्षपीठ के प्रमुख संत के रूप में शहर में पारंपरिक शोभा यात्रा का नेतृत्व किया. इस दौरान लोग सड़कों के दोनों ओर खड़े हुए थे. मुस्लिम और सिंधी समुदाय के सदस्यों ने शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर आदित्यनाथ का स्वागत किया. शोभायात्रा के दौरान मुख्यमंत्री सजे हुए ‘रथ’ पर खड़े हुए दिखाई दिए.
बिहार सरकार ने राज्य में दशहरा के मौके पर शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील इलाकों में ड्रोन तैनात करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने सहित व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे. पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए गए.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने होशियारपुर में एक दशहरा कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि कई बच्चे उत्सव देखने आए हैं और इससे उन्हें हमारी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के बारे में और भी बेहतर ज्ञान प्राप्त होगा.
महाराष्ट्र में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में दशहरा रैली को संबोधित किया और कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जाएगी. उन्होंने लोगों से इस अवसर का जश्न मनाने के लिए देश भर के मंदिरों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा.
कर्नाटक के मैसुरु शहर में मंगलवार को ‘जंबो सवारी’ (हाथियों की सावरी) के साथ 10 दिवसीय दशहरा उत्सव का समापन हो गया. मैसुरु शहर की देवी चामुंडेश्वरी को ‘अभिमन्यु’ (हाथी) के ऊपर 750 किलोग्राम के सोने के बने ‘हौदा’ पर विराजमान किया गया और शोभायात्रा निकाली गयी. इसमें सुसज्जित हाथियों का समूह शामिल था. हाथियों के समूह का नेतृत्व ‘अभिमन्यु’ नामक हाथी ने किया.
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, जिला प्रभारी मंत्री एच सी महादेवप्पा, मैसुरु के ‘राजा’ यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियार और पूर्व शाही परिवार के सदस्यों ने देवी चामुंडेश्वरी की पूजा अर्चना की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यहां लाल किले में आयोजित दशहरा समारोह में शामिल हुए और कहा कि उनकी सरकार भगवान राम के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए राष्ट्रीय राजधानी के लोगों की सेवा करने की कोशिश कर रही है.
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ”भगवान राम हमारे आदर्श हैं. उनके जीवन और राम राज्य की उनकी अवधारणा से बहुत कुछ सीखने को है. हमारा प्रयास है कि कोई भी भूखा न सोए और सभी को दिल्ली में अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और बिजली मिले.” केजरीवाल ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और उनके कल्याण व खुशी के लिए प्रार्थना भी की.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने दशहरे के मौके पर गांधीनगर स्थित अपने आवास पर ‘शस्त्र पूजा’ की. राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, पटेल ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अपने सुरक्षा कर्मियों के हथियारों की पारंपरिक पूजा की, जिसमें स्वचालित बंदूकें और पिस्तौलें शामिल थीं. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को शुभकामनाएं दीं और उनसे शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण समाज बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया.
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने मंगलवार को यहां सप्ताह भर चलने वाले कुल्लू दशहरा उत्सव का उद्घाटन किया. यह उत्सव भगवान रघुनाथ की पारंपरिक रथ यात्रा के साथ शुरू हुआ. राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति बहुत समृद्ध और अनूठी है और दुनिया भर में इसकी एक अलग पहचान है.