आचार्य विद्यासागर गौशाला के प्रबंधक की मनमानी अन्य तहसील के मवेशियों से ले रहा पैसा
दीपक शर्मा
पन्ना ७ जनवरी ;अभी तक ; गाय को माता कहा जाता है जिनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए तमाम गौशालाओं का निर्माण करवाया गया है, जहां उनके भोजन उपचार और संरक्षण के लिए बजट उपलब्ध करवाया जाता है। इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं द्वारा चलाई जा रही गौशालाओं को भी सरकार बजट उपलब्ध करवाती है, सरकार ने गौसंवर्धन बोर्ड भी गठित किया है, इसके बावजूद गौ वंश को राजनीतिक भेद-भाव का शिकार होना पड़ रहा है।
इसी प्रकार का ऐक मामला सामने आया है, जिसमें आचार्य विद्यासागर गौशाला पवई के प्रबंधक ज्ञानचन्द्र जैन का कहना है कि वह पवई विधानसभा क्षेत्र के गौवंश को रखते हैं तथा अन्य विधानसभा क्षेत्र के मवेशियों को रखने के लिए पांच सौ रूपये प्रति नग के हिसाब से राशि जमा करनी पड़ती है। क्योकि हमें भूसा, चारा तथा अन्य सुविधाए देनी पड़ती है। इस प्रकार की मनमानी श्री विद्यासागर गौ शाला पवई में चल रही है। जबकी श्री विद्यासागर गौ शाला को पशु पालन विभाग द्वारा गौ शाला संचालन के लिए भारी भरकम बजट दिया जाता है।