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कई जन्मोंं के पुण्य के बाद देवता हमारे यज्ञ की एक आहूति ग्रहण करते है– मुख्यमंत्री डॉ. यादव

आनंद ताम्रकार
बालाघाट 03 दिसम्बर ;अभी तक ;  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरदार पटेल विश्वविद्यालय में आयोजित 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोेधित कर कहा कि देवी-देवताओं के पुजन अर्चन और मंत्र-तंत्र-यंत्र के बल पर सिद्धि प्राप्त करने की हमारी संस्कृति रहीं है। कई जन्मों के पुण्य के बाद देवता हमारे यज्ञ की एक आहूति ग्रहण करते है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नवीन शिक्षा निति में भारत की गौरवशाली इतिहास एवं हमारी संस्कृूति तथा आदर्शो को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि नवीन शिक्षा नीति में प्रावधान अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति अब गायत्री मंत्र की मर्म एवं महिमा में पीएचडी करना चाहे तो वह भी कर सकता है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने गायत्री परिवार के नशामुक्ति, नारी सशक्तिकरण जैसे जनजागृति अभियानों के लिये सभी को प्रोत्सा‍हित किया।
इस अवसर पर प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय डॉ. चितन्य पाण्ड्या ने भी सम्बोधित कर आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में परिवहन एवं स्कुल शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह, पशुपालन एवं डेयरी विभाग राज्य मंत्री श्री लखन पटेल, सांसद श्रीमती भारती पारधी, विधायक श्री गौरव पारधी, विधायक राजकुमार कर्राहे, पूर्व मंत्री रामकिशोर कावरे, पूर्व मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व सांसद श्री ढालसिंह बिसेन सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गायत्री परिवार के पदाधिकारी की उपस्थिति रहीं।

 

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