कलेक्टर ने निजी बैंकों में संचालित खातों को बंद करने की चेतावनी दी
आनंद ताम्रकार
बालाघाट २ जनवरी ;अभी तक जिले में केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न जन हितग्राही मूलक योजनाओं में ऋण स्वीकृति देने के मामले में गंभीरता नहीं दिखाने वाले निजी बैंकर्स के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुये कलेक्टर श्री मृणाल मीणा ने निजी बैंकों में संचालित खातों को बंद करने की चेतावनी दी है।
आज कलेक्टर श्री मृणाल मीणा की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में उन्होंने बैंकर्स से सीधे तौर पर चेतावनी दी।
बैठक में शासकीय योजनाओं में बैकर्स द्वारा ऋण स्वीकृति के मामले में राष्ट्रीयकृत बैंकों द्वारा स्वीकृतियां दी गई है लेकिन निजी बैंकों द्वारा भेजे गये प्रकरणों में गंभीरता नहीं दिखाई गई और प्रकरण लंबित रखे गये है। उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा की शासकीय योजनाओं के प्रति निजी बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृति करने में गंभीरता नहीं ली जाती तो शासकीय विभागों के बैंक खातें क्यों रखे जाये। उन्होने प्रभारी अधिकारी के सी ठाकुर को निर्देश देते हुये कहा की सभी विभागों के बैंक खाते देखे जाये की निजी बैंकों में कितने विभागों के खाते संचालित किये जा रहे है। इस जानकारी को सूचीबद्ध किया जाये।
कलेक्टर मृणाल मीणा ने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कई बैंकर्स के जिला समन्वय बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजकर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है यह आपत्तिजनक है। उन्होने उद्योग एवं कृषि क्षेत्र में ऋ़ण स्वीकृति के मामले में आशाजनक उपलब्धि ना होने पर बैंकों को शीघ्र लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में ऋण वितरण किये जाने के संबंध में विस्तार से चर्चा बैंकों द्वारा खाते किराये देने के मामले संज्ञान में आने पर कलेक्टर श्री मीणा ने कहा की ऐसे मामलों में साइबर सेल द्वारा नजर रखी जायेगी तथा नियमित रूप से ऐसे मामलों को एजेंडे में शामिल किया जायेगा और कडी निगरानी एवं कडी कार्यवाही आवश्यक की जायेगी।
बैठक में जानकारी दी गई की 1 जनवरी से बैंकों के कामकाज का समय प्रातः 10 से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया गया है।
चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में 200 प्रकरणों के लक्ष्य में मात्र 60 हितग्राहियों को ऋण वितरण किया जाना बताया गया है शेष 140 प्रकरणों की पून समीक्षा करने के निर्देश दिये गये है।