प्रदेश
कागज पूरे करके दो अफीम की खेती के पट्टे के लिए डेढ़ लाख रु लगेंगे
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ३० नवंबर ;अभी तक ; कागज पूरे कर के दो। अफीम की खेती के पट्टे के लिये डेढ़ लाख रु लगेंगे। यह बात कही बद्रीलाल धाकड़ 54 निवासी धमनार ने जिनके द्वारा नारकोटिक्स कर्मी को अफीम की खेती के पट्टे के लिए रिश्वत देते हुए सीबीआई द्वारा पकड़ने पर देर रात तक नारकोटिक्स ऑफिस मंदसौर में कार्यवाही करने के बाद आज सुबह गांधी चौराहे पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताई।
श्री धाकड़ ने बताया कि वे किसान है।उनके पास 6 बीघा सिंचित खेती है। उनकी बड़ी मम्मी धापूबाई के नाम अफीम की खेती का पट्टा था। उनकी मृत्यु के बाद अभी नारकोटिक्स द्वारा नियुक्त गांव के अफीम के मुखिया से खबर मिली कि अफीम की खेती का नया पट्टा आया है।नारकोटिक्स मंदसौर के खंड एक मे जाकर गिरदावर अभिषेक अग्निहोत्री से मिल लो तो इनसे मुलाकात करने पर इन्होंने कहा कि कागज पूरे कर दो डेढ़ लाख रु लगेंगे।
श्री धाकड़ ने बताया कि पट्टा मेरी बड़ी मम्मी धापूबाई के नाम से था जिनकी मृत्यु हो गई थी।नए पट्टे के लिए नामांतरण व नया पट्टा दोनों काम थे। इस कार्य के लिए 1 लाख 20 हजार रु की बात हुई । फिर सीबीआई भोपाल से सम्पर्क किया। वहां से सीबीआई के अधिकारियों की टीम मन्दसौर आई जो 10 दिन से यहां रही।अग्निहोत्री से श्री धाकड़ की वाट्स अप पर बात हुई।रिश्वत की राशि देने के लिए वह ऑफिस गया जहां अग्निहोत्री के टेबल के सहकर्मी कान्तु कुमार व रामनिवास सोलंकी ने सीबीआई द्वारा तैयार रंग के नोट लिए और सीबीआई ने उसी वक्त इन्हें धरदबोचा कर गिरफ्तार कर लिया।
श्री धाकड़ ने यह भी कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में वह अफीम की खेती करना नही चाहता है। अभी अफीम की खेती का पट्टा उसके पास आया नही है. श्री धाकड़ ने किसानों से कहा की उन्हें जागरूक होना चाहिए। अफीम की खेती के मामले में बड़ी संख्या में जो किसान उनके संपर्क में आए है उन किसानों ने पैसे देकर ही पट्टे लिए है।