किसान को उथली खदान में मिले बीस लाख के हीरे
दीपक शर्मा
पन्ना २७ दिसंबर ;अभी तक ; पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती लगातार हीरे उगल रहीं है, उसके बावजूद इस जिले के जन प्रतिनिधि तथा शासन प्रशासन द्वारा लगातार हीरा खदाने बंद कराई जा रहीं है, वन राजस्व विवाद नहीं निपटाया जा रहा है, जिससे उथली हीरा खदानो के लिए जगह लगातार कम होती जा रहीं है, वन विभाग द्वारा चारो तरफ कब्जा कर रखा है तथा हीरा खदाने खोदने के लिए लोगो को प्रतिबंधित किया जा रहा है, आम गरीब मजदूरो को परेशान किया जा रहा है, तथा हीरा निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है, सिर्फ कुछ ही चिन्हित स्थानो पर या फिर निजी खेतो में हीरा खदानो से लोगो द्वारा हीरा खोदाई की जा रही है, जबकी वन विभाग द्वारा चोरी से भारी मात्रा में अनेको स्थानो से हीरे की खोदाई कराई जा रही है,.
शासन प्रशासन को हीरा धारित जमीन को जंगल विभाग से अलग कर उथली हीरा खदानो के लिए अनुमति दिलाने की दिशा मे पहल करनी चाहीए। क्योकि पन्ना की धरती मे लगातार हीरे निकल रहें है। इस वर्ष 2024 में लगभग 10 करोड़ के हीरे उथली हीरा खदानो से निकले है, जिन्हे निलामी मे रखकर विक्रय किया गया है, इसी प्रकार एक गरीब किसान राम नरेश लोधी को रमखिरिया स्थित हीरा खदान से एक ही दिन मे बीस लाख के हीरे मिले है, जिसमें एक हीरा का वजन 8.30 कैरिट तथा एक छोटा हीरा .94 सेन्ट का मिला है, जिसमें दोनो की कीमत लगभग 20 लाख रूपये आंकी गई है। गरीब किसान एक ही दिन मे मालामाल हो गया है।