खंडवा मशाल दुर्घटना ; 18 लोगेा के खिलाफ मामला दर्ज़
मयंक शर्मा
खंडवा ३० नवंबर ;अभी तक ; खंडवा में सन् 2009 के 28/11 के आतंकवाद के खिलाफ बरसी दिवस गुरूवार कोेेेेे आयोजित मशाल जुलूस के दौरान दुर्घटना आग से झुलस जाने से घायलं 34 लोगें के मामले में 18 लोगेा के खिलाफ मामला सिटी कोतवाली पुलिा ने शुक्रवार रात दर्ज किया है। सीएसपी ए बांगरे ने कहा कि हादसे की जांच में आयोजकों द्वारा परमिशन की शर्तों का उल्लंघन पाया गया, जिसके चलते आरोपियो पर केस दर्ज किया गया। कलेक्टर अनूप सिंह ने बताया कि एक मरीज के गंभीर घायल होने के चलते उसे इंदौर रेफर किया गया है, अन्य सभी फिलहाल सामान्य स्थिति में हैं।
उधर एसपी मनोज राय ने कहा कि शुक्रवार देर शाम जांच रिपोर्ट आने पर ं मशाल जुलूस के आयोजकों द्वारा दी गयी परमिशन के आधार पर 18 आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच में लिया गया है। जांच के दौरान आने वाले साक्ष्यों के आधार पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञातव्य है कि साल 2009 में नवंबर की 28 तारीख को कुख्यात सिमी आतंकी अबू फैजल के द्वारा खंडवा के एटीएस जवान सीताराम यादव व दो अन्ये निदेाष वकील संजय पाल और बैंक प्रबंधक रवि शंकर पारे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस तिहरे हत्याकांड के बाद से ही हर साल राष्ट्रभक्त वीर युवा मंच खंडवा के द्वारा शहर के बड़ा बम क्षेत्र में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है। जिसमें धार्मिक कट्टरवादी छवि वाले वक्ताओं को बुलाकर आतंकवाद के खिलाफ युवाओं को एकजुट किया जाता है। इसके बाद घंटाघर चैक तक एक मशाल जुलूस भी निकाला जाता है,।
इस तारतम्य में गुरुवार देर शाम आतंकवाद के खिलाफ एक युवा जनमत संग्रह का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में हैदराबाद के फायर ब्रांड विधायक टी राजा और सुप्रीम कोर्ट की वकील नाजिया इलाही खान मौजूद थें । शहर के राष्ट्रभक्त वीर युवा मंच के कार्यक्रम में सभा उपरांत निकला क्रांति मशाल मार्च के समापन के पूर्व गंभीर हादसा हो गया। जूलूस मेे कई महिला, पुरुष एवं बच्चे शामिल थे। जुलूस का समापन घंटाघर चैक पर किया जाना था, जहां सैकडों मशाल से सज्जित 200 मशालें के जूलस में एकाएक बुरादा और ज्वलनशील तेल ने आग भभककर गोला बन गयी।आग का गोला में कथित विस्फोट से लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई। भगदड़ और अफरा तफरी के बीच जलती हुई मशालें एक दूसरे के ऊपर गिर गईं, जिससे भी कई लोग करीब 34 लोग झुलस गये। मौजूद पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाला, और घायलों की मदद करते हुए उन्हें ेरात 11 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
आरएमओ श्री कलमें ने कहा कि 18 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद रवाना कर दिया गया, तो वहीं 16 गंभीर घायलों को भर्ती किया गया। एक की हालत चिंताजनक होने स इंदौर रेुफर किया गया।यह पता चला हे कि भगदड़ में घायल और बदहवास हुए कई लोग बगैर इलाज कराए ही घर की ओर लौट गए, अन्यथा घायलों का आंकड़ा करीब 50 से अधिक होता।