प्रदेश
गायत्री परिवार ने चौथे सप्ताह भी श्रमदान कर चलाया शिवना शुद्धिकरण अभियान
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १६ जनवरी ;अभी तक; गायत्री परिवार द्वारा निरंतर चौथे सप्ताह भी शिवना शुद्धिकरण अभियान चलाया। श्रमदानियों ने शिवना के घाट की साफ-सफाई की तथा लोगों से शिवना नदी को साफ व स्वच्छ रखने का आव्हान किया। गायत्री परिवार 2009 से शिवना शुद्धिकरण का कार्य सतत कर रहा है। 15 वर्ष हो गये लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा शिवना में मिलने वाली गंदगी नहीं रोकना समझ से परे है।
शिवना शुद्धिकरण अभियान प्रभारी हर्ष शर्मा ने शिवना में फैक्ट्री के गंदे पानी मिल रहा है इस कारण प्रतिवर्ष पानी दूषित हो जाता है। इसको प्रशासन सख्ती से रोकने का कार्य करे। शिवना नदी में इतनी गंदगी हो गई है कि बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को शिवना तट पर रुकना दुश्वार हो चुका है। कहीं शिवना में नहाने वाले श्रद्धालुओं के लिये शिवना का पानी बीमारी का कारण न बन जाये। श्री शर्मा ने कहा कि नदी, नाले, तालाब, बावड़ी पेयजल के मुख्य स्त्रोत है इन्हीं से पानी का लेवल बना रहता है लेकिन मुख्य पेयजल स्त्रोतों की सफाई की ओर प्रशासन विशेष ध्यान नहीं देता है जिससे आने वाले समय में जनजीवन पर खतरा मंडरा सकता है।
योगेशसिंह सोम ने कहा कि शिवना सिर्फ एक नदी नहीं है मॉ शिवना के प्रति हमारी आस्था भी है। जिस प्रकार भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव की हम ईष्ट के रूप में पूजा अर्चना करते है उसी प्रकार मॉ शिवना के प्रति भी अपने दायित्व का निर्वहन गायत्री परिवार कर रहा है। शिवना शुद्धिकरण का अभियान 2026 तक चलता रहेगा। नगर के नागरिकों से आव्हान है कि इस अभियान में अधिक से अधिक सहभागिता कर माता शिवना के जल को शुद्ध करने में सहयोग प्रदान करे।
पिछले कई सालों से शुद्धिकरण अभियान में भाग ले रहे रमेशचन्द्र सोनी ने कहा कि नगर के नागरिक प्लास्टिक की थैली में घरों से फूलमाला, पूजा का सामान आदि शिवना में प्रवेश करते है। कई लोग रजाई गादी भी नदी में डाल जाते है। जिससे शिवना गंदी हो रही हैं। ऐसे लोगों को अपनी धार्मिक भावना को एक तरफ रखकर शिवना की स्वच्छता के बारे में सोचना चाहिए। प्रशासन को ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही करना चाहिए।
एडवोकेट अब्दुल कादर मंसूरी ने कहा कि जल ही जीवन है। शिवना नदी के पानी से मंदसौरवासियों की प्यास बूझती है लेकिन वर्तमान में यहां का पानी बहुत गंदा हो चुका है, मछलियां मर रही है और किनारों पर गंदगी हो गई है। जलकुंभी फैल हो गई है मच्छर पैदा हो गये है। प्रशासन को चाहिये कि इसकी तुरंत सुध ले।
स्वच्छता अभियान में योगेशसिंह सोम, कन्हैयालाल शर्मा, रमेश सोनी, दिनेश पोरवाल, हेमंत, एडवोकेट अब्दुल कादर मंसूरी, दिनेश खत्री, फिरोज हुसैन, गिसान मंसूरी आदि ने दो घण्टे श्रमदान कर शिवना नदी से गंदगी निकाली।
योगेशसिंह सोम ने कहा कि शिवना सिर्फ एक नदी नहीं है मॉ शिवना के प्रति हमारी आस्था भी है। जिस प्रकार भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव की हम ईष्ट के रूप में पूजा अर्चना करते है उसी प्रकार मॉ शिवना के प्रति भी अपने दायित्व का निर्वहन गायत्री परिवार कर रहा है। शिवना शुद्धिकरण का अभियान 2026 तक चलता रहेगा। नगर के नागरिकों से आव्हान है कि इस अभियान में अधिक से अधिक सहभागिता कर माता शिवना के जल को शुद्ध करने में सहयोग प्रदान करे।
पिछले कई सालों से शुद्धिकरण अभियान में भाग ले रहे रमेशचन्द्र सोनी ने कहा कि नगर के नागरिक प्लास्टिक की थैली में घरों से फूलमाला, पूजा का सामान आदि शिवना में प्रवेश करते है। कई लोग रजाई गादी भी नदी में डाल जाते है। जिससे शिवना गंदी हो रही हैं। ऐसे लोगों को अपनी धार्मिक भावना को एक तरफ रखकर शिवना की स्वच्छता के बारे में सोचना चाहिए। प्रशासन को ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही करना चाहिए।
एडवोकेट अब्दुल कादर मंसूरी ने कहा कि जल ही जीवन है। शिवना नदी के पानी से मंदसौरवासियों की प्यास बूझती है लेकिन वर्तमान में यहां का पानी बहुत गंदा हो चुका है, मछलियां मर रही है और किनारों पर गंदगी हो गई है। जलकुंभी फैल हो गई है मच्छर पैदा हो गये है। प्रशासन को चाहिये कि इसकी तुरंत सुध ले।
स्वच्छता अभियान में योगेशसिंह सोम, कन्हैयालाल शर्मा, रमेश सोनी, दिनेश पोरवाल, हेमंत, एडवोकेट अब्दुल कादर मंसूरी, दिनेश खत्री, फिरोज हुसैन, गिसान मंसूरी आदि ने दो घण्टे श्रमदान कर शिवना नदी से गंदगी निकाली।