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ग्राम पंचायत भुलगवा में सरपंच, सचिव, उपयंत्री की मिली भगत से भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़ा लगातार जारी

दीपक शर्मा

पन्ना ५ जनवरी ;अभी तक ;  जनपद पंचायत गुनौर अन्तर्गत ग्राम पंचायत भुलगवा में विगत दो वर्ष से शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार लगातार जारी है, जमीनी स्तर पर काम नहीं है, लेकिन कागजो में फर्जी रूप से मजदूरी, मटेरियल तथा अन्य कार्यो के नाम पर राशि खर्च करना दर्शाया गया है,

उक्त मामले को लेकर पूर्व में भी स्थानीय लोगो द्वारा शिकायते की गई। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है, अभी हाल ही मे फिर से ग्रामीणो द्वारा ग्राम पंचायत के जिम्मेवारो पर कार्यवाही करने की मांग की गई है। उदाहरण के तौर पर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस 2024 में बुदी वितरण के नाम पर 16 हजार का बिल बाउचर लगाकर राशि आहरित की गई तथा टेंट हाउस कुर्सी खरीदी सहित अन्य कार्यो के नाम पर हजारो रूपये के बिल बाउचर लगाये गये है, इसी प्रकार सीसी सड़क नाली तथा अन्य निर्माण कार्यो के नाम पर व्याप्क स्तर पर सीमेंट, गिट्टी, लोहा, सहित अन्य मटेरियल के बिल बाउचर लगाकर भ्रष्टाचार किया गया है।

स्थानीय लोगो ने यह भी शिकायत में उल्लेख किया है कि महिला सरपंच होने के चलते उनके पति तथा उनके पुत्र द्वारा ग्राम पंचायत का संचालन मनमाने ढंग से किया जाता हैं, एवं सचिव प्रेमदास परोंहा एवं जिले में भ्रष्टचार के लिए चर्चित रहें उपयंत्री राजनारायण मिश्रा, की मिली भगत से यह फर्जीवाड़ा ग्राम पंचायत मे लगातार चल रहा है। जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग व्याप्क स्तर पर किया गया है। खेत तालाब और सीसी निर्माण कार्यों में फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों रुपये की राशि हड़प ली गई है।

ग्रामीणों के मुताबिक, पंचायत के कार्यों के लिए जिन बिलों पर दस्तखत किए जाते हैं, उन पर कभी भी सरपंच शीला दहायत के असली हस्ताक्षर नहीं होते। इसके बजाय, उनके पुत्र के द्वारा फर्जी हस्ताक्षर किए जाते हैं। जब पंचायत सचिव ने इन फर्जी बिलों को रोकने की कोशिश की, तो बाबुलाल दहायत और सचिन दहायत ने सचिव और रोजगार सहायक के खिलाफ फर्जी शिकायतें दर्ज करवा दीं और उन्हें हटाने की मांग की।

इसके अलावा ग्राम पंचायत में पुराने स्कूल की सामग्री और हैंडपंप के पाइपों की जांच की गई, तो पता चला कि इनकी खुदाई तो की गई, लेकिन न तो उनका भुगतान किया गया और न ही पाइप लाइन लगाई गई। सभी सामान को उठाकर किसी अन्य स्थान पर भेज दिया गया, और उसकी राशि का फर्जी तरीके से आहरण कर लिया गया। स्थानीय ग्रामीणो नें विगत दो वर्ष में विभिन्न योजनाओं से हुए निर्माण कार्यो की जांच कराये जाने तथा कार्यवाही करने की मांग की है।

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