प्रदेश
घर में छुपा कर रखा गया, ढाई लाख का गांजा पुलिस ने किया बरामद
मोहम्मद सईद
शहडोल, २४ दिसंबर ;अभी तक ; पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति बस में बैठकर आ रहा है जो अपने साथ गांजा रखे हुए हैं। इतना ही नहीं पुलिस को यह सूचना भी मिली कि यह व्यक्ति इस स्थान पर उतरने वाला है। लेकिन गांजा लेकर आने वाला व्यक्ति चालाक निकला और वह दूसरे साधन से निकल गया। तभी पुलिस को फिर मुखबिर ने सूचना दी कि उक्त व्यक्ति गांजा छिपाकर अपने घर में रखा हुआ है। पुलिस ने आनन-फानन उसके घर में दबिश दी और ढाई लाख रूपए कीमत का 24 किलो 700 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा जब्त कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक शहडोल राम जी श्रीवास्तव द्वारा अवैध गतिविधियों मे संलिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए हैं। उसी क्रम में ब्यौहारी पुलिस को नशे के विरूद्ध बड़ी कार्यवाही करने में यह सफलता प्राप्त हुई है।
ब्यौहारी पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि पक्षीराज बस जो शहडोल से ब्यौहारी आ रही है में पटेल समाज का एक व्यक्ति अवैध रूप से गांजा मादक पदार्थ बिक्री करने हेतु लेकर आ रहा है। यह व्यक्ति गोदावल तिराहा के पास उतरने वाला है। सूचना पर थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय ने तत्काल पुलिस टीम गठित कर नाकाबंदी लगा दी। लेकिन गोदावल तिराहा पर कोई भी व्यक्ति बस से नहीं उतरा।
इसी बीच थोडी देर बाद पुनः मुखबिर ने सूचना दी कि जो व्यक्ति पक्षीराज बस से अवैध मादक पदार्थ लेकर आने वाला था उसका नाम अनीश उर्फ अम्ब्रीश पटेल उम्र 22 वर्ष निवासी आखेटपुर है और वह किसी अन्य साधन से अपने घर आखेटपुर अवैध मादक पदार्थ गांजा लेकर पहुंच चुका है।
पुलिस ने तत्काल अनीश उर्फ अम्ब्रीश पटेल निवासी आखेटपुर के घर पहुंच कर उसके मकान की तलाशी ली तो संदेही अम्ब्रीश पटेल के घर के अन्दर कार्टून में 05 पैकेट खाकी रंग के पैकेट मिले जिसमे मादक पदार्थ भरा हुआ था। यह गांजा 24 किलो 700 ग्राम था जिसकी कीमत 2 लाख 50 हजार रूपए है।
पुलिस ने अनीश उर्फ अम्ब्रीश पटेल के कब्जे से उक्त गांजा मादक पदार्थ जप्त कर धारा 8/20 बी एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी ब्यौहारी निरीक्षक अरूण पाण्डेय के नेतृत्व में उप निरीक्षक श्याम सिंह, सउनि. समलू सिंह, गया प्रसाद कन्नौजे, प्रधान आरक्षक नरेन्द्र उपाध्याय, आरक्षक संजय द्विवेदी, अमृत यादव, सुखदेव सिंह और पुष्पेन्द्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।