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जिला पंचात में पदस्थ डाटा एन्ट्री आपरेटर राम नजर पटेल नें किया भारी फर्जीवाड़ा, लाखो का कमीशन डकार गये पटेल

दीपक शर्मा

पन्ना ४ दिसंबर ;अभी तक ;  जिला पंचायत पन्ना जों जिले की प्रमुख संस्था है तथा शासन के आदेश निर्देशो का पालन कराने के लिए जिम्मेवार है, एवं जिला पंचायत के माध्यम से जिले की सभी जनपद पंचायतो एवं ग्राम पंचायतो में जिला पंचायत के निर्देशानुसार ही कार्य संचालित होते है तथा शिक्षा विभाग में भी जिला पंचायत के आदेश लागू होते है, लेकिन जिला पंचायत में ही मनमाने ढंग से नियम कानून को ताक पर रखकर कर्मचारी कार्य कर रहें है, .

शासन के निर्देशानुसार जिले में संलग्नी करण प्रकिया के संबंध मे आदेश जारी किये गये थे तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सभी विद्यालयों एवं अन्य संस्थाओं को आदेश जारी करते हुए लेख किया गया था कि कोई भी शिक्षक एवं कर्मचारी संगलग्न नहीं किया जाये लेकिन जिला पंचायत में ही नियम विरूद्ध दर्जनो कर्मचारी संलग्न है तथा बिना योग्यता के विभिन्न शाखाओं का संचालन कर रहे है, अधिकांश शाखाओं का संचालन शाखा प्रमुख एवं वरिष्ट लिपिक के माध्यम से किया जाना चाहीए, लेकिन उक्त शाखाओं का संचालन कम्प्यूटर चलाने वाले डाटा एन्ट्री आपरेटर कर रहें है।

अवैध रूप से मनरेगा के प्रभारी परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार कार्य करते रहें है। जबकी जिला पंचायत के नाम पर उनका कोई भी आदेश शासन द्वारा नहीं किया गया है। उनकी वेतन एवं पदस्थापना आज भी जनपद पंचायत पन्ना में है। इसी प्रकार विक्रमपुर माध्यमिक विद्यालय में चपरासी के पद पर पदस्थ संचिन समारी को जिला पंचायत में अटैच कर विधि शाखा का प्रभार दिया गया है। जिला पंचायत में ही आई डब्लू एम पी में पदस्थ रहें डाटा एन्ट्री आपरेटर राम नजर पटेल को पन्द्रहवें वित्त सहित अन्य निर्माण कार्यो की राशि संबंधित कार्य वर्षो से दिये गये थें, जिसमें श्री पटेल द्वारा निर्माण कार्य स्वीकृत करने की एवज में जमकर कमाई की गई, तथा सरपंच, सचिवों एवं जिम्मेवार लोगो से भारी कमीशन वसूला गया है।

उक्त शाखा से आदिम जाति कल्याण विभाग के माध्यम से ग्राम पंचायतो को निर्माण कार्यो के लिए राशि जारी की जाती है, जिसमें इनके द्वारा उन्ही ग्राम पंचायतो को निर्माण कार्य की राशि दी गई, जिन्होने बकायदा कमीशन पूर्व से दिया है। इसके अलावा आदिम जाति विभाग के ही ठेकेदारो से भी कमीशन लिया गया है। क्योकि उक्त राशि इन्ही की शाखा से जारी की गई है। उक्त मामले को लेकर श्री पटेल का ठेकेदार से बात करते हुए एक आडियो भी वायरल हुआ था, जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर से भी की गई थी, कलेक्टर सुरेश कुमार ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ प्रिय को कार्यवाही करने के निर्देश दिये थें। लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा श्री पटेल को सिर्फ शाखा से अलग किया गया, इसके अलावा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जबकी श्री पटेल द्वारा करोड़ो रूपये के निर्माण कार्यो में व्याप्क स्तर पर ग्राम पंचायतो तथा ठेकेदारो से आदिम जाति कल्याण विभाग तथा पन्द्रहवें वित्त की राशि में भारी कमीशन वसूला गया है। स्थानीय लोगो ने संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।

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