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दलपत सिंह ने जनसुनवाई में कलेक्टर से लगाई गुहार- कहा कि नामांतरण के नाम पर अवैध राशि की मांग कर रहे भ्रष्ट अधिकारी

महावीर अग्रवाल

मन्दसौर ३१ दिसंबर ;अभी तक ;   मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर  के समक्ष उपस्थित होकर दलपत सिंह पिता नाथुसिंह राजपूत सौलंकी निवासी ग्राम कचनारा फ्लेग तहसील व जिला मंदसौर अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि खरीदी हुई भूमि पर लम्बे समय से नामांतरण नहीं हो रहा है। नामांतरण के नाम पर उनसे अवैध राशि की मांग की जा रही है लेकिन उनके द्वारा राशि नहीं दी गई तो उनका नामांतरण भी नहीं किया गया। अब भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही की मांग के लिये भी उन्हें आवेदन देकर चक्कर काटना पड़ रहे है।

कलेक्टर को दलपतसिंह सौलंकी ने बताया कि मुझ प्रार्थी/आवेदक दलपत सिंह पिता नाथुसिंह राजपुत सौलंकी निवासी ग्राम कचनारा फ्लेग तहसील व जिला मंदसौर का स्थायी निवासी हूँ तथा मुझ आवेदक के द्वारा विक्रेता राजेन्द्र कुमार पिता नानालाल जाति महाजन निवासी ग्राम दलौदा चौपाटी के स्वामीत्व की भूमि जिसका सर्वे नं. 1029 रकबा 0. 0100 हैक्टर भूमि जो ग्राम कचनारा तहसील दलौदा में स्थित होकर उक्त भूमि का आवासीय उपयोग हेतु डायवर्सन विधिवत एस.डी.एम न्यायालय मंदसौर करवाकर दुकानें बनी हुई है तथा जिसमें से एक दुकान जिंसकी लम्बाई 12 फीट व चौडाई 20 चौडाई है जिसको मुझ. आवेदक के द्वारा अपने पुत्र छत्रपालसिंह पिता दलपतसिंह के नाम से जरिये विक्रय पंजीयन पत्र के माध्यम से दिनांक 11.08.2023 को कय कि गई थी तब से उक्त दुकान पर मुझ आवेदक का नाम का आधिपत्य होकर मेरे द्वारा होटल नमोटी सौलंकी के नाम संचालन किया जा रहा है तथा उक्त दुकान का नामांतरण विक्रय पंजीयन पत्र के आधार पर करने के लिए मुझ आवेदक के द्वारा हल्का पटवारी को मेरी उक्त दुकान के नामांतरण आवेदन दुकान के समस्त विक्रय पंजीयन पत्र व अन्य दस्तावेज विगत 6-7 माह पूर्व दिये गये थे जिस पर से हल्का पटवारी मेडम के द्वारा मुझ आवेदक से उक्त दुकान का नामांतरण के लिए 9 हजार हजार रूपये की मांग की गई थी जिस पर से हल्का पटवारी द्वारा अपने पीए चौकीदार रमेश आंजना को भेजकर पांच हजार रू. प्राप्त किये और हल्का पटवारी से मेरे द्वारा कई बार संपर्क करने व उसके कार्यालय के चक्कर लगाने पर उसके द्वारा मुझ आवेदक से और हजार रूपये की अवैध मांग की जा रही है और कहा जा रहा है कि, यह पैसे सभी बडेअधिकारी तहसीलदार व एस.डी.एम. साहब को देने पर पडते है इसलिए आप 20 हजार रूपये की और व्यवस्था करके लाओ नहीं तुम्हारा नामांतरण सभी दुकानदारों की तरह होगा और तुम्हारा नामांतरण आवेदन निरस्त कर दिया जावेगा तथा जिसकी शिकायत मेरे द्वारा लोकायुक्त उज्जैन में भी की गई है।

दलपतसिंह सौलंकी ने कलेक्टर से मांग की है कि तत्काल सम्बंधित राजस्व अधिकारी तहसीलदार व हल्का पटवारी को आदेशित किया जावे कि, मेरी दुकान का नामांतरण किया जावे और हल्का पटवारी के द्वारा मुझ आवेदक से ली गई अवैध राशि को दिलवाया जावे और भ्रष्टाचार राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जावे।

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