नक्सल प्रभावित क्षेत्र में 6000 से भी अधिक ग्रामीण जन मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझ रहें
आनंद ताम्रकार
बालाघाट 12 दिसंबर ;अभी तक ; जिले के अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर बंजारी के निकटस्थ ग्राम पंचायत मोहनपुर ग्राम पंचायत चालीस बोडी,ग्राम पंचायत कावेली,ग्राम पंचायत कसंगी में निवासरत 6000 से भी अधिक ग्रामीण जन मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझ रहें है। इन विसंगतियों के चलते मोबाइल शोपीस बनकर रह गया है तथा वह केवल समय देखने के काम में लाया जा रहा है।
यह उल्लेखनीय है कि नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में कसंगी तथा सोनवानी 2 पुलिस चौकी स्थापित है 14 प्राथमिक स्कूल तथा 1 हायर सेकेण्डरी स्कूल, 3 मिडिल स्कूल, एक कन्या छात्रावास मोहनपुर तथा एक बालक छात्रावास कान्हाटोला में स्थापित है इनके अतिरिक्त आंगनवाडी केन्द्र,उप स्वास्थ्य केन्द्र,उपडाकघर भी है इतना ही नही इस क्षेत्र में बीएसएनएल द्वारा 3-3 टावर भी लगाये है लेकिन वो शोपीस बने हुये है जिनमें नेटवर्क नहीं है।
आश्चर्य तो इस बात पर भी है की इन गांव के ग्रामीणों को 108 एम्बुलेंस तथा 108 डायल पर काल करने के लिए गांव से लगी उची पहाड़ी पर चढ़कर जाना पड़ता है अन्यथा गांव में बनी पानी की टंकी पर चढ़कर नेटवर्क की तलाश करनी पड़ती है। जहां एक ओर देश भर के लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव है वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बसे लोग कनेक्टिविटी का संकट झेल रहे है।
नेटवर्क न मिलने से यहां के ग्रामीणों को धान की उपज की बिक्री करने के लिए बहुत परेशानी उठानी पड़ी वहीं ई केवाईसी फॉर्म पंजीकरण का भी कार्य नहीं हो पाता। शासकीय कर्मचारियों से भी प्रशासनिक सूचनाओं का आदान प्रदान नहीं हो पाता। नेटवर्क के अभाव में 108 एम्बुलेंस नही आ पाती तो कई बार गंभीर अवस्था के बीमार लोगों की जान पर बन आती है सड़क या अन्य दुर्घटना की जानकारी भी नही मिल पाती।
इस संबंध में कलेक्टर श्री मृणाल मीणा ने स्वीकार किया की क्षेत्र में बीएसएनएल के टावर लगे है लेकिन कनेक्टविटी की समस्या बनी हुई है। मैनें अन्य दुसरी कंपनीयों से संपर्क कर टावर लगाने के लिये कहा है उनकी ओर से सकारात्माक जवाब मिला है जल्द ही इस क्षेत्र. में नेटवर्क की समस्या का समाधान हो जायेगा।