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पांच वर्ष से जमें कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह द्वारा लगातार किया जा रहा फर्जीवाड़ा, शिकायतो के बावजूद नहीं हो रही कार्यवाही

दीपक शर्मा

पन्ना १४ अक्टूबर ;अभी तक ;  पन्ना जिले में विभिन्न विभागो मे कई वर्षो से जमें अधिकारीयों की मनमानी लगातार जारी है, वह शासन के नियम कानून को नहीं मानते है तथा शासन के आदेशो को भी धत्ता बता रहे है, उनके संबंध में शिकायते आम लोगो द्वारा तथा आम जन प्रतिनिधियों द्वारा भी की जाती है लेकिन कोई कार्यवाहीं नहीं होती है।

उधाहरण के तौर पर लोक स्वास्य यांत्रकीय विभाग में विगत पांच वर्षो से पदस्थ कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह शासन के किसी भी आदेश को नहीं मानते है तथा आम जनता से भी उन्हें कोई लेना देना नहीं है जबकी उनके पास आम जनता से जुड़ा हुआ सबसे महत्वपूर्ण विभाग पेयजल वाला है, और इसी विभाग के माध्यम से गांव गांव में पानी आम लोगो को उपलब्ध कराना की जिम्मेवारी है तथा केन्द्र सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल, हर घर जल संचालित हो रही है। लेकिन पन्ना जिले मे उक्त योजना के हाल बहुत ही बुरे है सिर्फ कागजो पर ही उक्त योजना संचालित हो रही है।

पन्ना जिले में पीएई विभाग से संचालित नल जल योजनाए केवल आंकडों तक ही सीमित है, क्योकि पीएचई विभाग द्वारा प्रत्येक आंगनवाडी केन्द्र तथा विद्यालयों में टंकी बनाकर बोर लगाकर पानी देने की योजनाए थी। लेकिन सभी विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रो में कागजो पर लाखो रूपये की नल जल योजनाए कागजो मे चालू कर दी गई है। जबकी हकीकत में किसी भी आंगनवाडी केन्द्र तथा विद्यायल में उक्त योजना संचालित नहीं है। आंगनवाडी एवं विद्यालय के बच्चे पानी पीने के लिए तरस रहे है तथा विद्यालयों एवं आगनवाडी केन्द्रो मे बनाये गये शोचालये पानी के आभाव मे खंडहर हो चुकें है।

इसी प्रकार अनेक ग्रामो में भी पाईप लाईन से नल जल योजना प्रारंभ करके पानी देने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर दिये गये। लेकिन उक्त योजनाए सिर्फ कागजो तक सीमित है एवं करोड़ो रूपये की राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह कभी भी क्षेत्र का भ्रमण नहीं करते है, और न ही उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो मे पंहुचकर यह देखा गया है कि विभाग द्वारा संचालित योजनाआें का क्या हाल है, वह पांच वर्ष से पन्ना में जमें हुए है, तथा विभाग को बुरी तरह से लूटने में लगें हुए है। वह शासकीय वाहन का भी भारी दुरपयोग कर रहें है। आये दिन सतना अप डाउन शासकीय वाहन से ही करते है, क्योकि वह सतना के रहने वाले है। इसके अलावा इनके द्वारा और भी अनेक कारनामे मनमाने ढंग से किये हुए है। पवई मे पदस्थ विभाग में हेल्पर के पद पर राम कृपाल अहिरवार जो विवाद के चलते दो माह जेल मे रहा तथा उसको न्यायालय द्वारा सजा भी हो गई थी उसके बावजूद बिना किसी कार्यवाही के महेन्द्र सिंह द्वारा फिर से विभाग में पदस्थ कर दिया गया है। जबकी किसी भी सजा आपता कर्मचारी को बिना न्यायालय से दोष मुक्त हुए नही रखा जा सकता है। क्योकि उक्त प्रकरण आज भी माननीय उच्च न्यायालय में चल रहा है। इस प्रकार के अनेक कारनामो के चलते कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह भारी चर्चाओं में है। उसके बावजूद जिला प्रशासन के अधिकारीयों तथा जिम्मेवार जन प्रतिनिधियों द्वारा कोई कार्यवाही संबंधित के खिलाफ नही की जा रही है। स्थानीय लोगो ने तत्काल कार्यपालन यंत्री के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।

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