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भोजन का प्रसाद वितरण करने वाली सांझी रसोई ने पूरे किए 5 साल
मोहम्मद सईद
शहडोल 31 दिसंबर अभीतक। भरपेट भोजन की आस लिए लोगों के लिए सांझी रसोई एक उम्मीद की किरण है। सांझी रसोई ने लोगों की इस उम्मीद पर खरा उतरते हुए अपने 5 साल का सफर पूरा कर लिया है। एक छोटे से ठेले नुमा स्थान से शुरू हुआ सांझी रसोई का यह सिलसिला अब पुराने बस स्टैंड के पास स्थित भवन में संचालित हो रहा है। अपने 5 साल के अनुभवों को साझा करने के लिए सांझी रसोई के सेवादार मंगलवार को पत्रकारों से रूबरू हुए।
सांझी रसोई के सेवादार विष्णु मिश्रा, रमीत सिंह, तरुण सिंह और रूपाली सिंघाई ने बताया कि पिछले पांच वर्ष में सांझी रसोई ने लगभग 14 लाख लोगों को भोजन का प्रसाद ग्रहण कराया है। प्रतिदिन का यह आंकड़ा लगभग 7 से 9 सौ लोगों का है। उन्होंने शहरवासियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि सांझी रसोई ने 5 साल जो भोजन का प्रसाद लोगों को उपलब्ध कराया वह शहर के लोगों के सहयोग का ही परिणाम है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा मानना है कि सांझी रसोई शहर के लोगों का एक परिवार है।
सेवादारों ने कहा कि कोविद के दौरान यहां से लगभग 33 ट्रेन गुजरी जिसमें 24 सौ लोगों को भोजन कराया जाता था।
आर्थिक संकट से गुजर रही रसोई
उन्होंने बताया की शुरुआत के कुछ सालों तक तो सांझी रसोई में लोगों ने बहुत ही बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता निभाई। जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ, पुण्यतिथि या और भी कई अवसर ऐसे आते रहे जब लोग सांझी रसोई पहुंच कर भोजन प्रसाद लोगों को देते रहे। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इस तरह के आयोजन में बहुत कमी आई है, जिसके चलते सांझी रसोई को कई तरह की दिक्कतों खासकर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। सेवादारों ने यह भी बताया कि सांझी रसोई आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है इसलिए लोगों के सहयोग की बेहद जरूरत है।
रक्त क्विज का आयोजन
सेवादारों ने अपने आगामी कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सांझी रसोई द्वारा पांच साल पूरा करने के उपलक्ष्य में रक्त क्विज 1.0 का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 5 जनवरी को आयोजित होने वाली इस रक्त क्विज का प्रमुख उद्देश्य आम जनमानस और बच्चों को थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इसमें कक्षा 8 से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं हिस्सा ले सकते हैं। यह परीक्षा ऑनलाइन होगी और इसमें प्रवेश भी ऑनलाइन ही लिया जा सकेगा। प्रवेश की अंतिम तिथि 4 जनवरी है। उन्होंने बताया कि क्यू आर कोड स्कैन करने के बाद छात्र-छात्राएं अपना पंजीयन कर सकते हैं और पंजीयन के उपरांत उन्हें रक्त क्विज से संबंधित सिलेबस भी उसी में उपलब्ध हो जाएगा। परीक्षा का माध्यम हिंदी और अंग्रेजी दोनों है और परीक्षा पूरी तरह से निःशुल्क है।
उन्होंने बताया कि परीक्षा में 10 श्रेष्ठ स्थान हासिल करने वालों को आकर्षक पुरस्कार के साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है, कि इसमें अधिक से अधिक स्कूल के बच्चे भाग लें ताकि रक्त के प्रति उनमें जागरूकता बढ़े।
5 को रक्तदान व संकीर्तन
सेवादारों ने बताया कि सांझी रसोई द्वारा 5 जनवरी को सांझी रसोई परिसर में एक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उस दिन संकीर्तन भी होगा जो सुबह से शाम तक जारी रहेगा।