प्रदेश
महारानी शा.क.उ.मा. विद्यालय में संविधान दिवस व गीता महोत्सव उत्साह के साथ मनाया
महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २८ नवंबर ;अभी तक ; सी एम राईज़ महारानी लक्ष्मी बाई शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मंदसौर में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी उत्साह पूर्वक हर्षाेउल्लास के साथ संविधान दिवस व गीता महोत्सव उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान जरूरतमंद छात्राओं को स्वेटर भी वितरित किये गये।
शासकीय महाविद्यालय मंदसौर के सेवानिवृत्ति पूर्व प्राचार्य डॉ. श्री आर के सोहोनी, विद्यालय के प्राचार्य श्री के.सी. सोलंकी एवं श्री हामिद खान जैदी ने भारत रत्न, परम डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर संविधान दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। डॉ. सोहनी का स्वागत प्राचार्य प्राचार्य श्री के सी सोलंकी, श्री हामिद खान जेदी, श्रीमती रेणुका आचार्य,सुश्री आरती शर्मा एवं अन्य स्टाफ सदस्य ने किया ।
शासकीय महाविद्यालय मंदसौर के सेवानिवृत्ति पूर्व प्राचार्य डॉ. श्री आर के सोहोनी, विद्यालय के प्राचार्य श्री के.सी. सोलंकी एवं श्री हामिद खान जैदी ने भारत रत्न, परम डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर संविधान दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। डॉ. सोहनी का स्वागत प्राचार्य प्राचार्य श्री के सी सोलंकी, श्री हामिद खान जेदी, श्रीमती रेणुका आचार्य,सुश्री आरती शर्मा एवं अन्य स्टाफ सदस्य ने किया ।
श्रीमती रेणुका आचार्य ने संविधान पर प्रकाश डालते हुए एकल संक्रमणीय मत प्रणाली, इकहरी नागरिकता एवं संविधान में महिलाओं के योगदान पर विस्तृत चर्चा की । तत्पश्चात श्री हामिद खान जैदी ने संविधान के महत्व को बताते हुए, संविधान द्वारा नागरिकों को दिए गए मौलिक अधिकारों एवं संविधान को जीवन में आत्मसात करने का संदेश दिया।
विद्यालय के प्राचार्य श्री के.सी. सोलंकी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन के कठिन परिश्रम पर प्रकाश डालते हुए, उनके संघर्ष व त्याग से संविधान निर्माण तक विस्तार से जानकारी दी। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 माह ,18 दिन रात दिन एक करके भारतीय संविधान को अंतरिम रूप दिया साथ ही संविधान की उद्देशिका का सामूहिक वाचन कराया एवं छात्राओं को और शिक्षकों को संविधान का पालन करने की शपथ दिलवाई।
डॉ. आर के सोहोनी ने संविधान दिवस के अवसर पर और ओजस्वी शैली में संविधान के निर्माण, संविधान की प्रारूप समिति एवं डॉ. अंबेडकर के संविधान निर्माण में योगदान पर विस्तार से बताया। आपने संविधान को सर्वोपरि बताया एवं धर्मनिरपेक्षता गणतंत्र लोकतंत्र आदि पर विस्तार से जानकारी दी ।महात्मा गांधी नेहरू जी पेरियार स्वामी सरदार पटेल आदि महापुरुषों का भी संवैधानिक महत्व बताया 26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हुआ। लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को क्यों लागू किया इसका महत्व भी बताया।
संविधान दिवस के अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने मौलिक अधिकार, संविधान, संसद आदि विषयों पर चित्रकला के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मध्यप्रदेश शासन के आदेश अनुसार 26 नवंबर से 28 नवंबर 2024 तक विद्यालय में गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कक्षा 9 वी से 12वीं तक कि छात्राओं ने बड़े ही उत्साह के साथ गीता जी से संबंधित अध्ययन किया। एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सहभागिता की। गीता महोत्सव के कार्यक्रम का संचालन श्री राजेश रत्नावत ,श्री कुंदन सांखला श्रीमती अल्का रत्नावत ,श्री मनीष गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर विद्यालय की 25 जरूरतमंद छात्राओं को प्राचार्य श्री के सी सोलंकी द्वारा स्वेटर वितरण किए गए। इस अवसर पर विद्यालय की समाज शिक्षक एवं शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे
श्रीमती रेणुका आचार्य ने संविधान एवं मौलिक अधिकार का जीवन में महत्व बताते हुए छात्राओं को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया, एवं अमूल्य समय प्रदान करने पर , अतिथि का आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री कुंदन सांखला ने किया।
श्रीमती रेणुका आचार्य ने संविधान एवं मौलिक अधिकार का जीवन में महत्व बताते हुए छात्राओं को अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया, एवं अमूल्य समय प्रदान करने पर , अतिथि का आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन श्री कुंदन सांखला ने किया।