प्रदेश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रबी सीजन के लिए खाद-बीज की उपलब्धता एवं सोयाबीन उपार्जन के लिए तैयारियों की समीक्षा की

आशुतोष पुरोहित
खरगोन 28 सितंबर ;अभी तक ;   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 28 सितम्बर को सभी संभागीय कमिश्नर एवं कलेक्टर्स की वीडियो कांफ्रेस के माध्यम से बैठक लेकर रबी सीजन के लिए खाद-बीज की उपलब्धता एवं समर्थन मूल्य पर सोयाबीन के उपार्जन के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और अध‍िकारियों को दिशा निर्देश दिये।
                                            इस वीडियो कांफ्रेस में खरगोन से विधायक श्री बालकृष्ण पाटीदार, निमाड़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज मीणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अध‍िकारी श्री आकाश सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती रेखा राठौर एवं कृषि व उससे जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
                                               मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कांफ्रेस में अधिकारियों से कहा कि रबी सीजन में किसानों के लिए उर्वरक एवं बीज की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। प्रदेश के सभी जिलों में किसानों को खाद-बीज सुगमता से मिलना चाहिए और किसानों को इसके लिए परेशान ना होना पड़े ऐसी व्यवस्था बनाई जाये। किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाये । इसी प्रकार किसानों को डी.ए.पी. उर्वरक के स्थान पर एन.पी.के. एवं नैनो यूरिया व नैनो डी.ए.पी. का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाये। प्रदेश में एन.पी.के. उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नकली खाद-बीज का विक्रय करने वाले, खाद का अवैध रूप से भंडारण एवं परिवहन करने वालों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही करने और ऐसे लोगों के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराने के निर्देश दिये।
                                          वीडियो कांफ्रेस में विधायक श्री बालकृष्ण पाटीदार ने सोसायटियों से भी किसानों को नगदी में उर्वरक का विक्रय किये जाने की आवश्‍यकता बताई। इस पर बताया गया कि सोसायटियों से उनके सदस्य किसानों को उर्वरक का विक्रय किया जा रहा है और मार्कफेड के डबल-लाक केन्द्रों से किसानों को नगदी में भी उर्वरक का विक्रय किय जा रहा है। आवश्यकता होने पर मार्कफेड नगदी में उर्वरक विक्रय के लिए अपने केन्द्रों की संख्या बढ़ा सकता है।
                                          मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समर्थन मूल्य पर सोयाबीन उपार्जन के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि सोयाबीन खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए अच्छी व्यवस्था की जाये। खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए पीने के पानी, छाया, बैठने की व्यवस्था, सोयबीन को सूखाने की व्यवस्था एवं तौल कांटों की समुचित व्यवस्था होना चाहिए। इस दौरान बताया गया कि समर्थन मूल्य पर सोयाबीन के उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन 25 सितम्बर से प्रारंभ कर दिया गया है। किसानों का पंजीयन 20 अक्टूबर तक किया जायेगा। पंजीकृत किसानों से 25 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2024 तक समर्थन मूल्य 4892 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन की खरीदी की जायेगी।
                                      मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कांफ्रेस में निर्देश दिये कि अतिवर्षा एवं पानी से जहां पर‍ भी किसानों की फसलों की क्षति पहुंची है, उन्हें फसल बीमा योजना का लाभ पहुंचाने के लिए सर्वे का कार्य किया जाये। वर्षा के उपरांत खराब हो चुकी सड़कों एवं गड्ढों की मरम्मत एवं सुधार का कार्य प्राथमिकता से किया जाये। सड़कों पर आवारा मवेशी नजर ना आये। आगामी दिनों में आने वाले त्यौहारों को देखते हुए प्रदेश में कहीं पर भी कानून व्यवस्था की स्थिति में लापरवाही नहीं होना चाहिए।

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