प्रदेश
सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और अरुण यादव ने संत सियाराम बाबा के भट्याण आश्रम पहुंचकर उनके स्वास्थ्य के हालचाल जाने
मयंक शर्मा
खंडवा ९ दिसंबर ;अभी तक ; बीते कुछ दिनों से निमाड़ के महान संत सियाराम बाबा का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। बाबा के स्वास्थ्य को लेकर प्रदेश के मुखिया मोहन यादव से लेकर कई जनप्रतिनिधि भी चिंता जता चुके हैं। इसी बीच रविवार को खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भी बाबा के हाल.चाल जाने तो वहीं सोमवार दोपहर पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अरुण यादव ने भी संत सियाराम बाबा के भट्याण आश्रम पहुंचकर उनके स्वास्थ्य के हालचाल जाने।
इस दौरान उनका उपचार कर रहे चिकित्सा अधिकारियों से अरुण यादव ने चर्चा भी कीA बाबा के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई। वहींए इस दौरान संत सियाराम बाबा के मंगल दर्शन हेतु भट्याण आश्रम पहुंचे श्रद्धालुओं से अरुण यादव ने सोशल मीडिया में चल रही भ्रामक खबरों पर चिंता व्यक्त करते हुए आव्हान किया कि बाबा श्री के बारे में झूठी एवं भ्रामक खबरें प्रसारित न करें।
बाबा के हालचाल जानने के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अरुण यादव ने कहा कि बाबा के स्वास्थ्य में निरंतर प्रगति हो रही है। हम सब ईश्वर से और मां नर्मदा से यही प्रार्थना करते हैं। हम ही नहीं तमाम निमाड़ बल्किए देश प्रदेश के बाबा के भक्त यही प्रार्थना कर रहे हैं कि बाबा जी की कृपा और उनका अपार आशीर्वाद लगातार अनेकों वर्षों से इस क्षेत्र निमाड़ अंचल को मिल रहा हैए इसी तरह हमें मिलता रहे। हम सब मां नर्मदा और ईश्वर से यह यही चाहते हैं कि बाबा जी जल्द ही स्वस्थ हों। यही नहीं इसके बाद पूर्व मंत्री अरुण यादव एवं उनके समर्थकों ने मां नर्मदा के जयकारे तो लगाए ही साथ ही संत सियाराम बाबा के जयकारे भी लगाए।
बाबा के स्वास्थ्य पर अधिकारी बनाए हैं नजर
बता दें कि निमाड़ क्षेत्र में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और संत सियाराम बाबा को प्रदेश भर में बड़े ही सम्मान के साथ पूजा जाता है। माना जाता है कि खरगोन जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे बाबा बचपन से ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति के थे और बचपन से ही उन्होंने अपने जीवन को प्रभु की सेवा और भक्ति के लिए समर्पित कर रखा है। वहींए बीते कुछ दिनों से उन्हें डॉक्टरों ने निमोनिया बताया थाए जिसके बाद से लगातार उनका इलाज किया जा रहा है। हालांकिए उनका स्वास्थ्य फिलहाल ठीक है और डॉक्टरों की टीम के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है।